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0-119 जून 2025 को इरान ने बेरशेबा स्थित सोरोका मेडिकल सेंटर में मिसाइल दागी, जिससे अस्पताल का एक हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और 50 से अधिक लोग घायल हुए, हालांकि पर्याप्त सतर्कता के कारण बड़ी संख्या में जानें बचीं  709-0। इरानी अधिकारियों ने दावा किया कि उनका असली लक्ष्य पास की एक सैन्य कमान और इज़रायली रक्षा बल (IDF) का हेडक्वार्टर था, हालांकि यह एक सीधा हमलाबर था  ।

889-0इस हमले के तुरंत बाद इज़रायल ने जवाबी कार्रवाई की। देश के रक्षा मंत्री इज़रायल कटज़ ने इरान के सर्वोच्च नेता आयातुल्लाह अली खामेनेई को 'आधुनिक हिटलर' कहा और चेतावनी दी कि खामेनेई को अस्तित्व में रहने देने की इजाजत नहीं दी जाएगी  1150-0। प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने भी खामेनेई को कड़ी सजा देने की बात कही, उन्हें "भारी कीमत" चुकाने की चेतावनी दी  ।

1288-0कुछ ही घंटों के भीतर, इज़रायल ने ईराक, नतांज़ और अरक में इरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की। इसके परिणामस्वरूप वहां लगभग 600 लोग मारे गए और 1,300 घायल हुए, जिनमें नागरिक भी शामिल थे  । दक्षिण इज़रायल में शरणार्थियों और स्थानीय लोगों के बीच तनाव फैल गया।

1521-1इसके बीच, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने खामेनेई को लक्षित करने की इज़रायली योजना पर वीटो लगाया। ट्रम्प ने स्पष्ट किया कि उस समय ऐसी कोई योजना नहीं बनाई जा रही थी, लेकिन उन्होंने इज़रायल की कार्रवाई का आंशिक समर्थन भी किया  1861-0। उन्होंने इज़रायल को दो सप्ताह का समय दिया ताकि पहले कूटनीतिक प्रयासों को अंतिम रूप दिया जा सके, और कहा कि अगर इरान सकारात्मक प्रतिक्रिया देता है तो सैन्य कार्रवाई से बचा जा सकता है  ।

2062-0हालांकि, ट्रम्प के वीटो के 36 घंटों के भीतर ही नेतन्याहू और कटज़ ने खामेनेई को निशाना बनाने के रुख को ठंडा करना शुरू कर दिया। उन्होंने अब जोर शांति स्थापित करने और अंतरराष्ट्रीय दबाव को ध्यान में रखते हुए अगले कदमों पर विचार करने की बात कही  ।

 

कुल मिलाकर इस घटना ने एक बड़े युद्ध की आशंका बढ़ा दी है। अस्पताल पर हमला और उसके बाद खामेनेई को सीधे निशाना बनाने की धमकी ने इज़रायल और इरान के बीच तनाव को चरम पर पहुंचा दिया। ट्रम्प के वीटो के बाद इज़रायली नेता की नीति में थोड़ी सावधानी आई है, लेकिन भविष्य में क्या होगा, यह अभी अनिश्चित है।

 

कुछ महत्वपूर्ण बिंदु:

इरान ने इज़रायल के अस्पताल पर मिसाइल हमले की प्रतिक्रिया में हमला किया।

इज़रायल ने खामेनेई को 'निष्क्रिय' करने की धमकी दी, पर अमेरिका ने वीटो कर उसे रोका।

36 घंटे के भीतर इज़रायली रुख में बदलाव आया, और फिलहाल वॉर मॉड्यूल अलर्ट मोड में है।
 

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