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Up Kiran, Digital Desk: ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम इन दिनों वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाले पहले पिंक बॉल टेस्ट मैच के लिए अपनी अंतिम एकादश चुनने को लेकर एक बड़े सवाल का सामना कर रही है। यह सवाल है कि क्या वे अपने अनुभवी और टेस्ट क्रिकेट के दिग्गज स्पिनर नाथन लियोन को प्लेइंग इलेवन से बाहर रखेंगे? टीम के कप्तान पैट कमिंस के हालिया बयानों ने इस अटकल को और हवा दे दी है, और क्रिकेट प्रशंसक हैरान हैं क्योंकि लियोन के नाम टेस्ट में 562 विकेट दर्ज हैं।

आम तौर पर, नाथन लियोन ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम का एक अभिन्न हिस्सा रहे हैं, खासकर घर में, जहां उन्होंने अनगिनत बार अपनी स्पिन से मैच का रुख पलटा है। हालांकि, गुलाबी गेंद के टेस्ट मैचों की प्रकृति थोड़ी अलग होती है। इन मैचों में, तेज गेंदबाजों को नई गेंद और शाम के सत्र में मिलने वाली अतिरिक्त स्विंग और सीम मूवमेंट का ज्यादा फायदा मिलता है। यही कारण है कि कप्तान पैट कमिंस चार विशेषज्ञ तेज गेंदबाजों के साथ मैदान पर उतरने की रणनीति पर विचार कर रहे हैं।

कमिंस ने अपने बयान में संकेत दिया है कि यदि पिच और परिस्थितियां तेज गेंदबाजों के लिए अनुकूल रहीं, तो वे एक अतिरिक्त पेसर को टीम में शामिल कर सकते हैं। इसका सीधा मतलब है कि नाथन लियोन, जो टीम के एकमात्र मुख्य स्पिनर हैं, उन्हें बेंच पर बैठना पड़ सकता है। 

ऑस्ट्रेलिया के पास पहले से ही कमिंस, मिचेल स्टार्क और जोश हेज़लवुड जैसे विश्व-स्तरीय तेज गेंदबाज हैं। स्कॉट बोलैंड जैसा गेंदबाज भी एक अतिरिक्त तेज विकल्प के रूप में उपलब्ध है, खासकर उन पिचों पर जहां सीम गेंदबाजी को मदद मिलती है।

अगर लियोन को बाहर किया जाता है, तो यह उनके शानदार करियर में एक दुर्लभ क्षण होगा जब उन्हें सिर्फ रणनीति के कारण बाहर बैठाया जाएगा, न कि चोट या खराब फॉर्म की वजह से। यह टीम प्रबंधन की ओर से एक बड़ा और साहसिक फैसला होगा, क्योंकि 562 विकेटों का अनुभव किसी भी टीम के लिए बेहद मूल्यवान होता है।

अंतिम एकादश की घोषणा का इंतजार है। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या ऑस्ट्रेलिया अपने प्रमुख स्पिनर की बजाय तेज आक्रमण पर पूरी तरह से निर्भर रहने का जोखिम उठाती है, खासकर जब उन्हें वेस्टइंडीज जैसी टीम का सामना करना है जो अप्रत्याशित प्रदर्शन कर सकती है।