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Up Kiran, Digital Desk: इंदौर शहर एक बार फिर अकेलेपन और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी एक दर्दनाक घटना का गवाह बना है। पालदा इलाके में किराए के मकान में अकेली रह रही 30 वर्षीय रेशमा नामक तलाकशुदा महिला ने अपने पूर्व पति को वीडियो कॉल करते हुए फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह घटना न सिर्फ झकझोरने वाली है, बल्कि यह हमारे समाज में बढ़ती एकाकीपन की समस्या और मानसिक स्वास्थ्य पर पर्याप्त ध्यान न दिए जाने की गंभीर स्थिति को भी उजागर करती है।
तीन साल पहले टूटा रिश्ता, फिर अकेलापन बना सहारा
जानकारी के अनुसार, रेशमा का विवाह तीन साल पहले सनावद निवासी सईद से हुआ था, लेकिन उनका रिश्ता ज्यादा समय नहीं टिक पाया और तलाक हो गया। तब से वह अपने मायके वालों के पास ही, लेकिन कुछ दूरी पर, अकेले रह रही थी। बताया जाता है कि वह अक्सर मानसिक तनाव से जूझती थी और सामाजिक मेलजोल से भी कतराती थी। यह अकेलापन धीरे-धीरे उसे अवसाद की गहरी खाई में धकेलता चला गया।
वीडियो कॉल पर आखिरी शब्द: "अब और नहीं सहा जाता"
घटना वाली रात रेशमा ने अपने पूर्व पति सईद को वीडियो कॉल किया। बातचीत के दौरान ही उसकी हताशा और दर्द साफ झलक रहा था। उसने वीडियो कॉल पर कहा, "अब और नहीं सहा जाता, जीने की तमन्ना खत्म हो चुकी है।" और इन शब्दों के कुछ ही पलों बाद, उसने खुद को फांसी लगा ली। हैरान करने वाली बात यह है कि वीडियो कॉल उस समय भी चल रहा था, जब उसने यह कदम उठाया। यह दृश्य निश्चित रूप से उसके पूर्व पति के लिए जीवन भर का एक दर्दनाक अनुभव बन गया होगा।
सुसाइड नोट: "अकेलेपन से बहुत परेशान हूं..."
पुलिस को रेशमा के कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जो उसके अकेलेपन और निराशा की कहानी बयां करता है। नोट में उसने लिखा था, "मैं अकेले रहते-रहते बहुत परेशान हो गई हूं। अब इस जीवन से कोई उम्मीद नहीं बची। बच्चे भी नहीं हैं, इसलिए जाने का फैसला ले रही हूं।"
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