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Up Kiran, Digital Desk: हाल ही में, EuroKids प्रीस्कूल का प्रांगण देशभक्ति के रंगों से सराबोर हो गया, जहाँ नन्हे-मुन्ने बच्चों ने स्वतंत्रता दिवस को एक अनूठे और रचनात्मक तरीके से मनाया। यह आयोजन केवल एक उत्सव नहीं था, बल्कि बच्चों को आज़ादी, एकता और सांस्कृतिक गौरव जैसे महत्वपूर्ण मूल्यों से परिचित कराने का एक प्रयास था। खेल-खेल में सीखने की अनूठी विधि का प्रयोग करते हुए, स्कूल ने कहानी कहने, संगीत, नृत्य और कला जैसी गतिविधियों को एक साथ पिरोया, ताकि बच्चों को भारत की विरासत के महत्व को आसानी से समझाया जा सके।

गतिविधियों का रंगारंग पिटारा: हर पल देशभक्ति से सराबोर!

इस खास अवसर के लिए, EuroKids प्रीस्कूल के क्लासरूम किसी चित्रकला प्रदर्शनी से कम नहीं थे। उन्हें हस्तनिर्मित राष्ट्रीय ध्वजों, गुब्बारों और तिरंगे के रंगों – केसरिया, सफेद और हरे – से सजाया गया था, जो बच्चों के मन में देशभक्ति की भावना जगा रहे थे।

बच्चों को राष्ट्रीय प्रतीकों जैसे अशोक चक्र और मोर के बारे में बताने के लिए शिक्षकों ने छोटी-छोटी कहानियाँ सुनाईं। यह बच्चों के लिए राष्ट्रीय प्रतीकों को करीब से जानने और उन्हें समझने का एक बेहतरीन तरीका था। कई सेंटरों में, बच्चों ने छोटे-छोटे मिनी मार्च-पास्ट में भाग लिया, जहाँ वे पारंपरिक परिधानों में सजे-धजे, हाथ में तिरंगा लहराते हुए कदम से कदम मिला रहे थे। यह दृश्य देखने लायक था, जिसने भारत के गौरव और एकता की भावना को और मजबूत किया।

संगीत और कला का संगम: आज़ादी का बढ़ाया उल्लास

बच्चों के उत्साह को बढ़ाने के लिए देशभक्ति के गीतों का समूह गान (group singing) भी आयोजित किया गया। प्यारे बच्चों की आवाज़ों में देश के प्रति प्रेम का इज़हार किसी भी बड़े उत्सव से कम नहीं था। तिवरंगा पेपर क्राफ्ट्स और झंडा रंगाई जैसी गतिविधियों ने बच्चों को रचनात्मकता दिखाने का अवसर दिया, साथ ही उन्हें स्वतंत्रता दिवस के महत्व को समझने में भी मदद की।

राष्ट्रीय गान के साथ समापन: गौरव और अपनेपन का एहसास

सभी गतिविधियों के बाद, यह भव्य उत्सव राष्ट्रगान के साथ संपन्न हुआ। जब सभी बच्चों ने एक साथ मिलकर राष्ट्रगान गाया, तो पूरे माहौल में गौरव और अपनेपन की एक गहरी भावना छा गई। यह पल बच्चों के मन में भारत की विरासत के प्रति शुरुआती जागरूकता पैदा करने और उन्हें एक साझा पहचान का एहसास कराने में अत्यंत महत्वपूर्ण था। EuroKids प्रीस्कूल ने स्वतंत्रता दिवस को इस तरह मनाकर यह सुनिश्चित किया कि बच्चे कम उम्र से ही देशभक्ति, एकता और सांस्कृतिक गौरव के मूल्यों को आत्मसात करें।

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