
Up Kiran, Digital Desk: हर साल 1 अगस्त से 7 अगस्त तक विश्व स्तनपान सप्ताह (World Breastfeeding Week) मनाया जाता है. इस महत्वपूर्ण दिवस का उद्देश्य स्तनपान (Breastfeeding) के बारे में जागरूकता बढ़ाना है और यह बताना है कि यह मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य के लिए कितना फायदेमंद (Benefits for Mother and Child) है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization - WHO) के अनुसार, शिशुओं के स्वस्थ विकास और वृद्धि के लिए आदर्श भोजन प्रदान करने में स्तनपान एक अनिवार्य हिस्सा है, और यह बीमारी और रोगों को रोकने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यह बच्चों को कई संक्रमणों से बचाने में मदद करता है, जिससे उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) बढ़ती है.
क्यों कहा जाता है 'मां के दूध' को शिशु का 'पहला टीका'? विशेषज्ञ कर रहे हैं बड़े खुलासे!
स्तनपान को अक्सर शिशु का 'पहला टीका' (Baby's First Vaccine) कहा जाता है, क्योंकि यह मां और शिशु दोनों को अनगिनत स्वास्थ्य लाभ (Numerous Health Benefits) प्रदान करता है. फोर्टिस हॉस्पिटल वसंत कुंज (Fortis Hospital Vasant Kunj) की निदेशक OBS & गायनकोलॉजी, डॉ. नीमा शर्मा (Dr. Neema Sharma) और कंसल्टेंट लेक्टेशन, श्रीमती आस्था ग्रोवर (Mrs. Aastha Grover) बता रही हैं कि स्तनपान क्यों है शिशु का पहला टीका.
पोषण संबंधी लाभ (Nutritional Benefits): बच्चे की हर जरूरत का 'जादुई' खजाना!
माँ के दूध (Breast Milk) में बच्चे के विकास और वृद्धि के लिए आवश्यक पोषक तत्वों का एकदम सही संतुलन होता है. इसमें आवश्यक विटामिन (Essential Vitamins), खनिज (Minerals), प्रोटीन (Proteins), और वसा (Fats) होते हैं, जो बच्चे के मस्तिष्क के विकास (Brain Development), प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) और समग्र स्वास्थ्य (Overall Health) के लिए महत्वपूर्ण हैं. यह शिशु के प्रारंभिक विकास के लिए प्रकृति का सबसे परिपूर्ण भोजन है, जो उन्हें सही शुरुआत देता है.
प्रतिरक्षा संबंधी लाभ (Immunological Benefits): बीमारियों से लड़ने की 'सुपरपावर' सिर्फ मां के दूध में!
माँ के दूध में एंटीबॉडी (Antibodies) और अन्य प्रतिरक्षा कारक (Immune Factors) होते हैं जो शिशुओं को विभिन्न बीमारियों और संक्रमणों, जैसे श्वसन संक्रमण (Respiratory Infections), कान के संक्रमण (Ear Infections), और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संक्रमण (Gastrointestinal Infections) से बचाने में मदद करते हैं. ये प्रतिरक्षा कारक स्तनपान करने वाले शिशुओं को बीमारियों के प्रति कम संवेदनशील बनाते हैं, जिससे उन्हें जीवन के शुरुआती और सबसे नाजुक दौर में मजबूती मिलती है. यह सचमुच एक 'जीवित' भोजन है जो शिशु के बढ़ते शरीर को लगातार सुरक्षा देता रहता है.
पाचन संबंधी लाभ (Digestive Benefits): पेट को रखता है खुश और हेल्दी!
माँ का दूध फार्मूला दूध (Formula Milk) की तुलना में पचाना (Easier to Digest) आसान होता है, जो कब्ज (Constipation), दस्त (Diarrhea), और पेट दर्द (Colic) जैसी पाचन समस्याओं के जोखिम को कम करने में मदद करता है. माँ के दूध में मौजूद प्राकृतिक एंजाइम (Natural Enzymes) शिशुओं में स्वस्थ पाचन तंत्र (Healthy Digestive System) के विकास में मदद करते हैं. यह सुनिश्चित करता है कि बच्चे को पोषक तत्व प्रभावी ढंग से अवशोषित हों, जिससे पेट संबंधी परेशानियाँ कम हों और वे आरामदायक महसूस करें.
भावनात्मक और जुड़ाव के लाभ (Bonding and Emotional Benefits): मां-बच्चे का 'अनमोल' बंधन सिर्फ स्तनपान से!
स्तनपान मां और बच्चे के बीच एक मजबूत भावनात्मक बंधन (Strong Emotional Bond) बनाने में मदद करता है. त्वचा से त्वचा के संपर्क (Skin-to-Skin Contact) और स्तनपान के दौरान ऑक्सीटोसिन (Oxytocin) के रिलीज होने से बच्चे को सुरक्षा और आराम की भावना (Sense of Security and Comfort) मिलती है. यह शारीरिक जुड़ाव न केवल बच्चे के भावनात्मक विकास में मदद करता है बल्कि मां को भी एक अनूठा और गहरा अनुभव प्रदान करता है, जो उन्हें अपनी ममता की भावना से जोड़ता है.
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