
Up Kiran, Digital Desk: हर साल 2 जुलाई को विश्व यूएफओ (अनआइडेंटिफाइड फ्लाइंग ऑब्जेक्ट) दिवस मनाया जाता है। यह दिन अज्ञात उड़न वस्तुओं (UFOs) और पृथ्वी से परे जीवन की संभावना के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित है। इसका उद्देश्य लोगों को आसमान की ओर देखने, ब्रह्मांड के रहस्यों पर विचार करने और वैज्ञानिक अनुसंधान को प्रोत्साहित करने के लिए प्रेरित करना है।
इस दिन का चुनाव मुख्य रूप से 1947 की 'रॉसवेल घटना' की याद में किया गया है। 2 जुलाई, 1947 को न्यू मैक्सिको के रॉसवेल में एक कथित यूएफओ क्रैश हुआ था, जिसने परग्रही जीवन के बारे में दुनिया भर में अटकलों को जन्म दिया। (हालांकि कुछ लोग 24 जून को केनेथ अर्नोल्ड की पहली 'उड़न तश्तरी' देखे जाने की तारीख को प्राथमिकता देते हैं, 2 जुलाई व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त तारीख है।)
यूएफओ शब्द का अर्थ 'अनआइडेंटिफाइड फ्लाइंग ऑब्जेक्ट' है, जिसका मतलब अज्ञात उड़न वस्तु। यह जरूरी नहीं कि वे एलियन या परग्रही यान हों। यह किसी भी ऐसी वस्तु को संदर्भित करता है जिसे देखे जाने पर पहचाना न जा सके, भले ही बाद में उसका कोई पारंपरिक स्पष्टीकरण मिल जाए।
ब्रह्मांड की विशालता को देखते हुए, क्या पृथ्वी ही एकमात्र ऐसी जगह है जहाँ जीवन है? वैज्ञानिकों ने हजारों 'एक्सोप्लैनेट' (हमारे सौर मंडल के बाहर के ग्रह) खोजे हैं, जिनमें से कुछ पृथ्वी जैसे लगते हैं। SETI (Search for Extraterrestrial Intelligence) जैसे कार्यक्रम सक्रिय रूप से अंतरिक्ष में बुद्धिमान जीवन के संकेतों की तलाश कर रहे हैं। यह खोज हमारे ब्रह्मांड और उसमें हमारे स्थान के बारे में हमारी समझ को चुनौती देती है।
विश्व यूएफओ दिवस सिर्फ असाधारण दावों के बारे में नहीं है। यह वैज्ञानिक जांच, खुले दिमाग और अज्ञात के प्रति जिज्ञासा को बढ़ावा देने का एक अवसर है। यह हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि हम ब्रह्मांड में कहां फिट होते हैं और जीवन के कई रूप कितने विविध हो सकते हैं।
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