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जब भी हम बैंक में खाता खुलवाते हैं, तो हमें आमतौर पर एक ATM कार्ड मिलता है, जिसे डेबिट कार्ड भी कहते हैं। इससे हम ATM मशीन से पैसे निकाल सकते हैं या दुकानों पर और ऑनलाइन खरीदारी कर सकते हैं। आजकल भले ही डिजिटल पेमेंट का ज़माना है और लोग कैश कम इस्तेमाल करते हैं, फिर भी ATM कार्ड की ज़रूरत बनी हुई है।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपका ATM कार्ड सिर्फ पैसों के लेन-देन के लिए ही नहीं है? इस पर आपको बैंक की तरफ से मुफ्त बीमा (Free Insurance) भी मिलता है, जिसके लिए आपको कोई अलग से प्रीमियम नहीं भरना पड़ता! हैरानी की बात यह है कि देश में ज़्यादातर लोगों को इस फायदे के बारे में पता ही नहीं होता, और बैंक भी अक्सर इसकी जानकारी नहीं देते।

कैसा बीमा मिलता है?

जैसे ही बैंक आपको ATM/डेबिट कार्ड जारी करता है, आप दुर्घटना बीमा (Accidental Insurance) और आकस्मिक मृत्यु बीमा (Accidental Death Insurance) के लिए कवर हो जाते हैं। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की वेबसाइट के अनुसार, यह बीमा कार्डधारक को आकस्मिक मृत्यु या विकलांगता की स्थिति में वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है।

कितनी रकम का होता है बीमा?

बीमा की रकम आपके बैंक और आपके पास किस तरह का डेबिट कार्ड है (जैसे RuPay, Visa/Mastercard Classic, Gold, Platinum आदि) पर निर्भर करती है।

आमतौर पर, इस मुफ्त बीमा का लाभ उठाने के लिए शर्त यह होती है कि आपने पिछले 45 से 90 दिनों के भीतर उस कार्ड से कम से कम एक बार कोई ट्रांजैक्शन (जैसे पैसे निकालना, दुकान पर पेमेंट, ऑनलाइन पेमेंट) किया हो। यानी आपका कार्ड 'एक्टिव' होना चाहिए।

SBI उदाहरण: SBI अपने गोल्ड ATM कार्ड पर 2 लाख रुपये (सामान्य दुर्घटना मृत्यु) और प्रीमियम कार्ड पर 5 लाख रुपये तक का कवर देता है (हवाई दुर्घटना मृत्यु के लिए कवर अलग और ज़्यादा हो सकता है)।

अन्य बैंक: HDFC बैंक, ICICI बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक समेत लगभग सभी बैंक अपने डेबिट कार्ड पर अलग-अलग राशि का बीमा कवर देते हैं। कुछ प्रीमियम डेबिट कार्ड्स पर तो 3 करोड़ रुपये तक का मुफ्त दुर्घटना बीमा कवर भी मिल सकता है।

कोई अतिरिक्त दस्तावेज़ नहीं: यह बीमा कवर मुफ्त में मिलता है और इसके लिए बैंक आमतौर पर कोई अतिरिक्त दस्तावेज़ नहीं मांगता।

सबसे ज़रूरी शर्त: कार्ड का इस्तेमाल

इस बीमा का फायदा आपको तभी मिलेगा जब आप अपने डेबिट कार्ड को नियमित रूप से इस्तेमाल करते हों। जैसा कि ऊपर बताया गया है, बीमा पॉलिसी को एक्टिव रखने के लिए बैंक आमतौर पर पिछले 30, 45 या 90 दिनों में कम से कम एक ट्रांजैक्शन की शर्त रखते हैं। अगर कार्ड इस्तेमाल नहीं हो रहा है, तो शायद आपको बीमा का लाभ न मिले।

किसे मिलता है क्लेम?

प्रधानमंत्री जन-धन योजना के तहत मिलने वाले RuPay कार्ड पर भी ग्राहकों को 1 से 2 लाख रुपये तक का बीमा कवर मिलता है।

अगर किसी कार्डधारक की दुर्भाग्यवश दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है, तो बीमा की राशि उसके द्वारा बैंक खाते में दर्ज किए गए नॉमिनी (वारिस) को मिलती है।

क्लेम कैसे करें? 

अगर कार्डधारक की दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है, तो नॉमिनी को बैंक की उस ब्रांच में जाना चाहिए जहां कार्डधारक का खाता था।

वहां बीमा क्लेम करने के लिए एक लिखित आवेदन (एप्लीकेशन) देना होगा।

आवेदन के साथ कुछ ज़रूरी दस्तावेज़ जैसे मृत्यु प्रमाण पत्र (Death Certificate), FIR की कॉपी (यदि लागू हो), नॉमिनी का पहचान पत्र और बैंक खाता विवरण, कार्डधारक के कार्ड की जानकारी आदि जमा करने होंगे।

बैंक ज़रूरी प्रक्रिया पूरी करने के बाद बीमा की क्लेम राशि नॉमिनी के खाते में जमा कर देता है। जरूरी सलाह: अपने बैंक से संपर्क करके अपने डेबिट कार्ड पर मिलने वाले मुफ्त बीमा कवर, उसकी शर्तों और क्लेम प्रक्रिया के बारे में पूरी जानकारी ज़रूर प्राप्त करें।

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