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Up kiran,Digital Desk : कैंसर का नाम सुनते ही अक्सर दो डर मन में आते हैं - एक बीमारी का और दूसरा इलाज के भारी-भरकम ख़र्च का। लेकिन अब जयपुर के SMS अस्पताल से एक ऐसी ख़बर आई है जो हज़ारों लोगों के लिए उम्मीद की एक नई किरण लेकर आई है। डॉक्टरों ने पहली बार कैंसर के इलाज के लिए एक बहुत ही ख़ास और मुश्किल सर्जरी सफ़लतापूर्वक की है, जिसका नाम है CRS और HIPEC। और सबसे अच्छी बात? आयुष्मान कार्ड वालों के लिए यह लाखों रुपये का इलाज बिल्कुल मुफ़्त होगा।

चलिए, आसान भाषा में समझते हैं कि यह है क्या।

यह उन मरीज़ों के लिए एक वरदान है जिनका कैंसर पेट के अंदर की झिल्ली (पेरिटोनियम) तक फैल जाता है, जो कि काफ़ी गंभीर स्टेज मानी जाती है। अब तक ऐसे मरीज़ों के लिए ज़्यादा विकल्प नहीं होते थे, लेकिन इस नई तकनीक ने सब कुछ बदल दिया है।

क्या है यह CRS और HIPEC सर्जरी?

  1. CRS (साइटोरिडक्शन सर्जरी): यह एक तरह की 'सफ़ाई' है। इस ऑपरेशन में, डॉक्टर पेट के अंदर फैले कैंसर के हर छोटे-से-छोटे हिस्से या ट्यूमर को बहुत सावधानी से निकालकर बाहर करते हैं। इसका मक़सद शरीर से कैंसर का बोझ कम-से-कम करना होता है।
  2. HIPEC (कीमोथेरेपी): सर्जरी के ठीक बाद, उसी ऑपरेशन के दौरान, एक मशीन की मदद से गर्म कीमोथेरेपी दवा को सीधे पेट के अंदर लगभग 60 से 90 मिनट तक घुमाया जाता है। सोचिए, जैसे किसी चीज़ को अच्छी तरह से धोया जाता है, ठीक उसी तरह यह गर्म दवा उन छिपी हुई कैंसर कोशिकाओं को भी ख़त्म कर देती है, जो शायद सर्जरी के बाद भी रह जाती हैं।

इसका सबसे बड़ा फ़ायदा यह है कि कीमोथेरेपी पूरे शरीर में फैलने के बजाय सिर्फ़ उसी जगह पर असर करती है, जहाँ कैंसर था। इससे मरीज़ को साइड इफ़ेक्ट्स भी कम होते हैं और इलाज का असर भी ज़्यादा होता है।

लाखों का ख़र्च अब हुआ ज़ीरो

प्राइवेट अस्पतालों में इस सर्जरी का ख़र्च कई लाख रुपये तक आता है, जो किसी भी आम परिवार के लिए उठाना लगभग नामुमकिन है। लेकिन अब राज्य सरकार ने इसे मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना में शामिल कर लिया है। इसका मतलब है कि अगर किसी मरीज़ के पास आयुष्मान कार्ड है, तो SMS अस्पताल में उसका यह पूरा इलाज एक भी रुपया ख़र्च किए बिना होगा।

यह सिर्फ़ एक सर्जरी की सफ़लता नहीं है, बल्कि यह उन हज़ारों परिवारों के लिए एक भरोसा है जो पैसे की कमी के कारण अपने किसी अपने को खोने का डर मन में लिए जीते हैं। जयपुर के डॉक्टरों ने वाक़ई एक कमाल का काम किया है।