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मुंहासे एक बहुत ही सामान्य स्थिति है जो चेहरे, माथा, छाती, कंधों और पीठ के ऊपरी हिस्से पर पिंपल्स का कारण बनती है।हम लोग मुंह मुहांसों को हटाने के उपाय के अंतर्गत बहुत तरह के उपाय को अपनाते हैं।इस आर्टिकल में हम मुहांसों को हटाने के उपाय के साथ साथ मुंहासे होने के कारणों के बारे में भी चर्चा करेंगे।

मुंहासो को हटाने के उपाय

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मुंहासे क्या हैं

मुँहासे एक सामान्य स्थिति है जहां आपकी त्वचा के रोम छिद्र बालों, sebum (एक तैलीय पदार्थ), बैक्टीरिया और मृत त्वचा कोशिकाओं द्वारा बंद हो जाते हैं।इन रुकावटों से ब्लैकहेड्स (Blackheads), व्हाइटहेड्स (Whiteheads), नोड्यूल्स (Nodules) और अन्य प्रकार के पिंपल्स (Pimples) पैदा हो जाते हैं।

यदि आपको मुंहासे हैं, तो जान लें कि आप अकेले नहीं हैं। यह सबसे सामान्य मेडिकल कंडीशन है।ऐसा अनुमान लगाया गया है कि 11 से 30 वर्ष की आयु के 80% लोग कम से कम हल्के मुंहासे का सामना करते ही हैं, और अधिकांश लोग अपने जीवन में कभी न कभी इससे जरूर प्रभावित होते हैं।

मुंहासे कितने प्रकार के होते हैं

मुंहासे निम्न प्रकार के हो सकते हैं।

  • ब्लैकहेड्स: त्वचा पर उपस्थित बंप्स (Bumps) कभी कभी अधिक मात्रा में तैलीय ग्रंथियों द्वारा तेल के स्राव से या मृत त्वचा की वजह से भर जाते हैं। ये देखने में काले धब्बे जैसे लगते हैं।
  • व्हाइटहेड्स: त्वचा पर उपस्थित बंप्स तेल के स्राव से या मृत त्वचा की वजह से बंद हो जाते हैं।
  • पैपल्स (Papules): त्वचा पर लाल या गुलाबी बम्प्स होते हैं और इनमें सूजन जो जाती है।
  • पॉस्टुल्स (Pustules): ये सामान्य तौर पर व्हाइटहीड्स जैसे दिखते हैं लेकिन इसके चारो तरह लाल रंग के घेरे रहते हैं और इनमें पस होता है।
  • फंगल एक्ने (Fungal acne or Pityrosporum folliculitis): जैसा कि नाम से ही पता चलता है कि जब बंप्स में फंगल इंफेक्शन हो जाता है उस स्थिति को फंगल एक्ने कहते हैं। इनमे बहुत खुजली और सूजन होती है।
  • नॉड्यूल्स (Nodules): ये त्वचा में बहुत गहराई तक स्थित रहते हैं। ये दिखने में बहुत बड़े और दर्द देते हैं।
  • सिस्ट्स (Cysts): इनमे पस भरा होता है और ये खत्म होने के बाद भी निशान छोड़ जाते हैं।

चेहरे पर पिंपल्स क्यों होते हैं

मुँहासे काफी हद तक एक हार्मोनल स्थिति (Hormonal condition) है जो एंड्रोजन हार्मोन (Androgen hormone) के अतिरिक्त स्राव के कारण होती है।आमतौर पर यह किशोर और युवावस्था के दौरान सक्रिय होती है।एंड्रोजन हार्मोनों के प्रति संवेदनशीलता, त्वचा पर बैक्टीरिया (bacteria) की उपस्थिति और तेल ग्रंथियों (Sebaceous gland) द्वारा तेल के स्राव के परिणामस्वरूप मुँहासे हो सकते हैं।

मुंहासे होने के और भी कारण हो सकते हैं जो निम्न हैं।

  • पीरियड्स (Periods) या गर्भावस्था के दौरान हार्मोन के स्तर में उतार-चढ़ाव।
  • मुँहासो को फोड़ना।
  • गंदे कपड़े और हेडगियर, जैसे हैट और स्पोर्ट्स हेलमेट।
  • वायु प्रदूषण।
  • विशेष प्रकार का मौसम, जैसे: उच्च आर्द्रता।
  • तैलीय या चिकना कॉस्मेटिक उत्पादों का उपयोग करना या ऐसे क्षेत्र में काम करना जहाँ आप नियमित रूप से ग्रीस के संपर्क में आते हैं।
  • तनाव।
  • कुछ विशिष्ट दवाएं।
  • आनुवंशिकी (Genetic)

मुंहासो को हटाने के उपाय

अगर बात करे मुंहासो को हटाने के उपाय की तो ऐसे बहुत सारे उपाय है जिसने मुहांसों को हटाया जा सकता है।

लेकिन आमतौर पर आपको मुहांसों को हटाने के उपाय में कुछ भी नही करना क्योंकि ये सामान्यत: हार्मोनल बदलाव की वजह से होते हैं और अपने आप ठीक भी हो जाते हैं।

आज हम कुछ ऐसे मुंहासो को हटाने के उपाय के बारे में चर्चा करेंगे जिनको एक्सपर्ट्स ने भी रिकमेंड किया है।

एप्पल साइडर विनेगर (Apple cider vinegar) 

एप्पल साइडर विनेगर में साइट्रिक एसिड जैसे कार्बनिक अम्ल होते हैं।

2016 के शोध से पता चलता है कि साइट्रिक एसिड (Citric acid) का जिंक ऑक्साइड (Zinc oxide) के साथ सेवन करने से मुहांसों से राहत मिलती है।2017 के शोध के अनुसार, एप्पल साइडर विनेगर में लैक्टिक एसिड (Lactic acid) भी उपस्थित होता है जो मुँहासे के निशान को हटाता है।

मुहांसों में एप्पल साइडर विनेगर कैसे प्रयोग करते हैं

  • 1 भाग एप्पल साइडर विनेगर और 3 भाग पानी मिलाएं (संवेदनशील त्वचा के लिए और अधिक पानी का उपयोग करें)।
  • क्लींजिंग (Cleasing) के बाद इस मिश्रण को कॉटन बॉल की मदद से त्वचा पर धीरे धीरे लगाएं।
  • 5 से 20 सेकंड के बाद पानी से धो लें।

नारियल का तेल (Coconut oil)

नारियल के तेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी (Anti-inflammatory)और एंटीबैक्टीरियल (Anti-bacterial) गुण होते हैं।नारियल का तेल मुंहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया को नष्ट कर सकता है और पिंपल्स की सूजन को कम कर सकता है।नारियल का तेल मुंहासों के घावों को तेजी से ठीक कर सकता है।

मुहांसों में नारियल का तेल कैसे प्रयोग करें 

नारियल तेल को मुहांसों में डायरेक्ट ही रगड़े। कुछ देर बाद पानी से धो ले।

लहसुन

लहसुन में ऑर्गोसल्फर यौगिक (Organosulfur compound) होते हैं, जिनमें प्राकृतिक जीवाणुरोधी और गुण होते हैं।ऑर्गनोसल्फर यौगिक प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune system) को बढ़ावा देने में मदद करते हैं।

शहद और दालचीनी का मास्क

2009 की स्टडी के खुलासा हुआ कि शहद मुहांसों के लिए जिम्मेदार  बैक्टीरिया की ग्रोथ को रोकता है और बैक्टीरिया को मारता है।

मुहांसों में शहर और दालचीनी का मास्क कैसे प्रयोग करें 

  • 2 बड़े चम्मच शहद और 1 चम्मच दालचीनी को मिलाकर पेस्ट बना लें।
  • क्लींजिंग के बाद मास्क को अपने चेहरे पर लगाएं और 10 से 15 मिनट के लिए छोड़ दें।
  • मास्क को पूरी तरह से धो लें और अपने चेहरे को थपथपा कर सुखा लें।

एलो वेरा (Aloe Vera)

एलोवेरा में सैलिसिलिक एसिड (Salicylic acid) और सल्फर होता है, दोनों का इस्तेमाल मुंहासों के इलाज में बड़े पैमाने पर किया जाता है।2017 के शोध में पाया गया कि सैलिसिलिक एसिड को त्वचा पर लगाने से मुंहासे कम होते हैं।

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