कोरोना का कहर सबसे ज्यादा अमेरिका में ही देखने को मिला है, आपको बता दें कि ऐसे में अमेरिका की संघीय सरकार को इस साल जून महीने में इतिहास के सबसे बड़े बजट घाटे का सामाना करना पड़ा है। ट्रंप सरकार को एक तरफ कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए ज्यादा खर्च करना पड़ा तो दूसरी तरफ लाखों नौकरियों के चले जाने से उसका कर राजस्व घट गया।
गौरतलब है कि अमेरिका के राजकोषीय विभाग ने बताया कि पिछले महीने यानी जून में घाटा बढ़कर 864 अरब डॉलर पर पहुंच गया। यह आंकड़ा अमेरिका के इतिहास के कई वार्षिक घाटे से भी अधिक है। इससे पहले अप्रैल माह में अमेरिका को 738 अरब डॉलर का मासिक घाटा हुआ।
वहीँ इसके साथ ही अमेरिकी कांग्रेस ने कोरोना वायरस के प्रभाव से निपटने के लिए पहले ही अरबों डॉलर की राशि उपलब्ध कराई है. बता दें कि अमेरिका का बजट घाटा चालू वित्त वर्ष के (एक अक्टूबर 2019 से) पहले नौ माह के दौरान कुल मिलाकर 2,740 अरब डॉलर तक पहुंच चुका है। नौ माह की इस अवधि के लिए यह घाटा एक रिकॉर्ड है। इस हिसाब से पूरे साल का घाटा 3,700 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है। अमेरिका की कांग्रेस यानी संसद ने वर्ष के दौरान बजट घाटा इस स्तर तक पहुंचने का अनुमान व्यक्त किया है।