अमेरिका के प्रेसिडेंट जो बाइडेन ने क्वाड राष्ट्रों के नेताओं के साथ हुई हाल की मीटिंग का नाम लेते हुये कहा कि उनका देश अपने साझेदारों तथा सहयोगियों के साथ मिलकर नियमों का पालन करने के लिए चीन पर शिकंजा कसेगा और उसको जवाब़देह ठहराया जाएगा। बाइडेन ने साफ लफ्जों में कहा कि चीन का दुनिया का सबसे ताकतवर देश होने का सपना हम पूरा होने नहीं देंगे।
अमेरिका के प्रेसिडेंट ने बीते दिनों ऑस्ट्रेलिया, हिंदुस्तान और जापान के नेताओं के साथ मीटिंग की थी। उन्होंने कहा कि इस महीने की शुरुआत में जाहिर तौर पर चीन का ध्यान हम पर गया क्योंकि मैंने अपने सहयोगियों से मुलाकात की और क्योंकि ऑस्ट्रेलिया, हिंदुस्तान, जापान, अमेरिका क्षेत्र में चीन को जवाब़देह ठहराने जा रहे हैं।
अमेरिकी प्रेसिडेंट ने कहा कि चीन का एक लक्ष्य विश्व का सबसे अग्रणी देश बनने, सबसे अमीर देश और दुनिया में सबसे शक्तिशाली देश बनने का है। मेरे नेतृत्व में ऐसा नहीं होगा क्योंकि अमेरिका और वृद्धि तथा विस्तार करता रहेगा। यूएसए का 46वां प्रेसिडेंट बनने के बाद बाइडन ने चीन के अपने समकक्ष शी चिनफिंग से कॉल पर बात की थी। उन्होंने मोबाइल पर दो घंटे तक बातचीत की थी। बाइडेन ने कहा कि ओबामा प्रशासन के दौरान उपप्रेसिडेंट के तौर पर उन्होंने शी के साथ घंटों बिताए थे। उन्होंने कहा कि ये बहुत सीधी-सी बात है। वह लोकतांत्रिक नहीं है किंतु वो बहुत होशियार शख्स हैं।