
darbhanga fake rape case: बिहार के दरभंगा जिले के बहेड़ा थाने में एक फर्जी रेप केस के आरोपी को पुलिस ने बिना किसी ठोस प्रमाण के जेल भेज दिया था। आरोपी मुकेश कुमार को पटना हाई कोर्ट ने बरी कर दिया और अब बिहार के डीजीपी विनय कुमार ने मामले में दोषी पुलिस अफसरों के विरुद्ध कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
ये मामला 2020 का है। मुकेश कुमार को झूठे दुष्कर्म के आरोप में अरेस्ट किया गया था। लड़की ने इल्जाम लगाया था कि मुकेश ने शादी का झांसा देकर उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने प्रकरण की जांच में लापरवाही बरती और बिना सही साक्ष्य के मुकेश पर आरोप पत्र दायर कर दिया। हाई कोर्ट ने बाद में पाया कि मुकेश निर्दोष था और उसे बरी कर दिया।
इस प्रकरण में तत्कालीन एसडीपीओ उमेश्वर चौधरी, थानाध्यक्ष सुनील कुमार और जांच अधिकारी जावेद आलम पर कार्रवाई की गई है। डीजीपी के निर्देश पर इन पुलिसकर्मियों के विरुद्ध निलंबन की प्रक्रिया शुरू की गई है।
यह केस पुलिस की गड़बड़ी और कर्तव्यों में लापरवाही का एक उदाहरण बनकर सामने आया, जहां आला अफसरों के दबाव के कारण एक निर्दोष व्यक्ति को सालों तक न्याय से वंचित रखा गया।
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