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सोनभद्र। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है। दुल्हनों को गिल्ट व स्टील के आभूषण और घटिया साड़ी में विदा किया जा रहा है। दुल्हन को दिए जाने वाले अन्य सामान भी मानक के अनुरूप नहीं है। चूँकि मामला प्रदेश के समाज कल्याण राजयमंत्री संजीव गोंड के गृहजनपद और नाक के नीचे सोनभद्र का है, इसलिए मामला सियासी तौर पर तूल पकड़ रहा है। गत दिनों महिला कांग्रेस ने सीएम सामूहिक विवाह योजना में भ्रष्टाचार की जाँच कराने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था। एनएसयूआई के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवम् राष्ट्रीय सचिव राघवेंद्र नारायण ने इसकी जाँच कराने एवं दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत गरीब कन्याओं का विवाह कराया जाता है। इस योजना में सौभाग्यवती कन्याओं ( दुल्हनों ) को आवश्यक वस्तुएं विस्तर व वर्त्तन आदि और पायल, बिछिया आदि कुछ चांदी के गहने दिए जाते हैं। योजनान्तर्गत उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रति युगल धनराशि रू0 51,000/- व्यय की जाती है। भव्य कार्यक्रम में विवाह सम्पन्न कराया जाता है। सोनभद्र जनपद आदिवासी बहुल है, प्रदेश के समाज कल्याण राजयमंत्री संजीव गोंड भी इसी जनपद से हैं।  इसके बावजूद मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में जमकर गोलमाल किया गया । सौभाग्यवती दुल्हनों के परिजनों ने जिला समाज कल्याण अधिकारी, सीडीओ और योजना के तहत सामान की आपूर्ति करने वाली संस्था पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राघवेंद्र नारायण ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में हो रहे भ्रष्टाचार पर कहा कि  समाज कल्याण राजयमंत्री जी के गृह जनपद में इस तरह की लूट हो रही है और दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही हैं। इस लूट में समाज कल्याण अधिकारी, सीडीओ और सप्लायर की मिलीभगत किसी से छुपी नहीं है। मुख्यमंत्री योगी जी के इस महत्वकांक्षी योजना को उन्ही के मंत्री के गृह जनपद में पलीता लगाने अभियान चल रहा है जिसे सूबे की जनता देख रही है, जो बेहद शर्मनाक है।भ्रष्टाचारी अपना खेला करके अब लीपा पोती करने मे जुटे हैं और सरकार भय भूख भ्रष्टाचार मिटाने के केवल नारे तक सीमित है, देखना है सरकार की कोई भी कवायद दुल्हनों और जोड़ो को न्याय दिलाने में कामयाब हो पाती है की नही। हमारी पार्टी जब तक जोड़ो को उनका हक नहीं मिलता और भ्रष्टाचारियों पर सख्त कार्यवाही नहीं हो जाती चुप नहीं बैठेगी।

राघवेन्द्र नारायण ने यह भी कहा कि वर्ष 2017 के बाद से जब से यह योजना चालू हुई है विगत कई सालों में जनपद में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में जमकर लूट हुई है। गरीबों के साथ छल किया गया और उनकी गरीबी का मज़ाक उड़ाया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी जी से इस मामले की जाँच सक्षम जाँच एजेंसी से कराये तो कई परते और भी खुलेगी जैसे की बलिया में विवाहित जोड़ों की दोबारा शादी का मामला सामने आया है और कई अधिकारियों को निलंबित कर, एफ आई आर की गयी है।

राघवेन्द्र नारायण ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है, और कहा की यदि मामले की शीघ्र जांच नहीं हुई तो हमे बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।

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