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चीन के हांगझोउ शहर में कुछ देर पहले 19वें एशियाई खेलों का रंगारंग आगाज हुआ । भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और बॉक्सर लवलीन बोरगोहेन ने तिरंगा लेकर भारतीय दल का नेतृत्व किया।यह गेम्स 23 सितंबर से लेकर 8 अक्टूबर तक चलेंगे। 

एशियाई खेल को लेकर बिग लोटस नाम के हांगझोउ ओलंपिक खेल स्‍टेडियम भव्‍य रूप से सजाया गया है। इस मौके पर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी मौजूद हैं। पिछली बार एशियाड खेल साल 2018 में इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में आयोजित किए गए थे।  एशियाई खेलों में 45 देशों के एथलीट 40 खेलों की 61 स्‍पर्धाओं में अपना दम-खम दिखाएंगे। भारत ने छह सौ 55 एथलीट, दो सौ 60 कोच और सहायक स्‍टाफ सहित नौ सौ 21 सदस्‍यों का भारी भरकम दल भेजा है। भारतीय खिलाडी 40 स्‍पर्धाओं में हिस्‍सा लेंगे। यह एशियाई खेलों में भारत का अब तक का सबसे बडा दल है। 

भारत को इस बार जिनसे पदक जीतने की उम्मीद है उसमें नीरज चोपड़ा, निखत जरीन, सात्विक सैराज रैंकीरेड्डी, चिराग शेट्टी, मीराबाई चानू, एचएस प्रणॉय, रिले टीम, रुद्रांक्ष पाटिल, मुरली श्रीशंर, भारतीय हॉकी टीम, भारतीय पुरुष और महिला क्रिकेट टीम, वॉलीबॉल टीम, पुरुष रोइंग टीम और टेबल टेनिस टीम प्रमुख तौर पर शामिल है। एशियन गेम्स में पिछली बार भारत ने कुल 70 मेडल जीते थे, जिसमें 16 गोल्ड, 23 सिल्वर और 31 कांस्य पदक शामिल थे. भारत ने साल 2018 के एशियन गेम्स की पदक तालिका में 8वें स्थान पर रहते हुए खत्म किया था। इस बार भारतीय दल में पिछली बार के मुकाबले 100 एथलीट्स अधिक गए हैं। इस बार भारत की पिछली बार की अपेक्षा अधिक मेडल जीतने की उम्मीद लगाई जा रही है।  

दूसरी ओर चीन ने एशियाई खेलों में भाग लेने जा रहे  तीन भारतीय खिलाड़ियों को वीजा देने से मना कर दिया है। अरुणाचल प्रदेश के वुशू ख‍िलाड़ी भी हांगझोउ में हिस्सा लेने जा रहे थे, लेकिन तीन वुशू खिलाड़ियों न्येमान वांग्सू, ओनिलु टेग और मेपुंग लाम्गू को चीन में प्रवेश देने से मना कर दिया। भारतीय खिलाड़ियों को एंट्री न दिए जाने पर भारत ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। चीन की इस हरकत के विरोध में खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने अपना बीजिंग दौरा रद कर दिया। चीन के इस दोगले व्यवहार पर अपनी नाराज़गी जताते हुए अनुराग ठाकुर ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि, अरुणाचल प्रदेश पर चीन अक्सर अपना दावा जताते रहता है। 

चीन के इस भेदभाव का विरोध करते हुए खेल मंत्री ने आगे कहा, अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अविभाज्य अंग था, है और हमेशा रहेगा। चीन के इस हरकत पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि, अरुणाचल प्रदेश के खिलाड़ियों को 19वें एशियाई खेलों में मान्यता न देकर और इस टूर्नामेंट से उन्हें वंचित रखकर चीन ने उनके साथ भेदभाव किया है। अरुणाचल प्रदेश हमेशा से भारत का हिस्सा रहा है और आगे भी रहेगा। नई दिल्ली और बीजिंग में इस फैसले का हमने कड़ा विरोध किया हैं।

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