उत्तर प्रदेश ॥ विशुनापुर गांव में दो दिन पहले हुई एक बालिका की गला रेतकर हत्या मामले का खुलासा पुलिस ने मंगलवार को खुलासा कर दिया। बेटी का हत्यारा कोई और नहीं उसका बाप ही निकला।
समाज में अपनी मान मार्यादा और प्रतिष्ठा बचाने के लिए उसने मोबाइल चार्जर के तार से पहले बेटी का गला दबाया और उसके बाद धारदार हंसिए से गला रेतकर मौत के घाट उतार दिया।
रंजिश के चलते ग्राम प्रधान व कोटेदार को फंसाने के लिए बोरे में शव को भरकर जंगल में फेंक दिया। पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयोग होने वाला हंसिया बरामद किया है। आरोपी बाप को पुलिस ने जेल भेज दिया।
रिसिया थाना क्षेत्र के विशुनापुर गांव निवासी सुभाष की 16 वर्षीय एक नाबालिग बालिका की शनिवार की रात हत्या कर उसके घर के पास ही शव बोरे में भरकर फेंक दिया गया था। एसपी विपिन मिश्रा ने बताया कि मृतका के पिता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर विवेचना की जा रही थी।
विवेचना के दौरान पता चला कि नाबालिग बालिका का प्रेम प्रसंग गांव के ही छोटकऊ पुत्र फकीरे के साथ चल रहा था। जिसकी जानकारी होने पर पिता ने उसकी शादी नाबालिग अवस्था में ही करीब एक साल पहले दरगाह थाना क्षेत्र में कर दिया था, लेकिन वह ससुराल जाने के बाद भी छोटकऊ से फोन पर बात करती थी। फोन में रिकार्डिेग होने के चलते उसके पति को भी आशनाई के बारे में पता चल गया और लगभग एक महीने पहले वह बालिका को उसके मायके छोड़कर चला गया था।
यहां आने के बाद वह फिर छोटकऊ से मिली तो बालिका के पिता ने देख लिया और थाने में छोटकऊ के खिलाफ छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज करा कर जेल भेजवा दिया। 164 के बयान में बालिका ने अपने प्रेमी छोटकऊ के पक्ष में बयान देने की बात घर पर कही। जिसपर बालिका के पिता को लगा कि अगर बेटी ने बयान अपने प्रेमी के पक्ष में दे दिया तो गांव में मेरी इज्जत चली जाएगी।
इज्जत बचाने के लिए पिता ने अपनी बेटी की हत्या करने की ठानी और शनिवार की रात जब परिवार सो गया तो उसको बुलाकर पहले रस्सी से गला दबाया और फिर हंसिए से रेतकर हत्या कर दी। ग्राम प्रधान व कोटेदार फंसाने के लिए शव को पास के बाग में बोरे में भरकर फेंक दिया।
एसपी विपिन मिश्रा ने बताया कि मृतका के प्रेमी छोटकऊ के पक्ष में ग्राम प्रधान व कोटेदार समेत अन्य सहयोगी रहते थे। इसलिए उसके पिता ने अपनी बेटी की हत्या कर सहयोगियों को भी जेल भेजवाने के लिए यह घटना की साजिश रच डाली और पुलिस को नामजद तहरीर देकर उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करवा दिया।