उत्तराखंड सरकार ने एक बार फिर बड़ा फैसला लिया है। दरअसल, प्रतिवर्ष सावन के महीने में होने वाली कांवड़ यात्रा (kanwar yatra) इस वर्ष (2021) नहीं होगी। शहरी विकास विभाग ने यात्रा पर रोक सम्बन्धी आदेश जारी कर दिए हैं। आईय जानते हैं सरकार ने ऐसा फैसला क्यों लिया।
दरअसल, कोविड आपदा की दूसरी लहर के शुरुआती दौर में हरिद्वार कुम्भ के बाद से सरकार अतिरिक्त सावधानी बरत रही है। कोविड की तीसरी लहर के खतरे को भांपते हुए सरकार ने कांवड़ यात्रा (kanwar yatra) पर रोक लगाई है।
मुख्य सचिव ओमप्रकाश के निर्देश के बाद शहरी विकास विभाग ने इसके आदेश कर दिए। शहरी विकास विभाग के अफसरों ने इसकी पुष्टि की। आपको बता दें कि हर साल कांवड़ यात्रा में देशभर से श्रद्धालु आते हैं। उनकी आवाजाही से कोविड आपदा का संकट अधिक है।
कोरोना आपदा के कारण इस साल भी कांवड़ यात्रा नहीं होगी। कोरोना की थर्ड वेव एवं वायरस के नए वेरिएंट डेल्टा प्लस को देखते हुए कांवड़ यात्रा न करने का फैसला लिया है।
प्रतिवर्ष कांवड़ यात्रा में दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों के लाखों शिव भक्त गंगा जल लाने के लिए हरिद्वार आते थे।