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बलिया। बलिया जिले के रेवती थाना क्षेत्र के दुर्जनपुर गांव में हुए गोलीकांड में मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह के भाई देवेंद्र प्रताप सिंह समेत 7 आरोपियों को बलिया पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जबकि मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह अभी भी फरार है। जिसे पकड़ने के लिए दर्जन भर पुलिस टीम छापेमारी कर रही है।

dhirendra pratap singh ballia

आरोपी को मिठाई खिलाते भाजपा विधायक (फाइल फोटो) 

असलहों का लाइसेंस निरस्त होगा

इस बीच प्रशासन ने फैसला लिया है कि दुर्जनपुर गांव मे सभी असलहों का लाइसेंस निरस्त किया जायेगा।

एसपी और डीएम बोले

वहीं बलिया के एसपी देवेंद्र नाथ और डीएम हरि प्रताप शाही ने स्थानीय पुलिस की गलती को स्वीकार किया। डीएम ने कहा कि सख्त कार्रवाई की जाएगी और जांच जारी है।  डीएम ने कहा कि कई गिरफ्तारी की जा चुकी है और जल्द ही मुख्य आरोपी हिरासत में होगा।

डीआईजी कर रहे खुद कैंप

इस बीच आजमगढ़ जोन के आईजी सुभाष चंद्र दुबे, दुर्जनपुर गांव में कैंप कर रहे हैं। वही आरोपियों की तलाश में पुलिस की एक दर्जन से ज्यादा टीमें जगह-जगह पर दबिश दे रही हैं।

उधर इस वारदात के बाद पुलिस ने आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह के घर पर जमकर तोड़फोड़ की है। बताया जा रहा है कि आरोपियों की गिरफ्तारी की हरसंभव कोशिश की जा रही है।

आरोेपी के घर पुलिस की तोड़फोड़

जानकारी के अनुसार, पुलिस ने  मुख्य आरोपी के घर की महिलाओं को थाने में बैठाया है। साथ ही पुलिस ने आरोपी के घर में काफी तोड़फोड़ भी की है। पुलिस के जवानों ने आरोपी के घर की खिड़कियां तोड़ डाली है। यही नहीं घर में रखे फर्नीचर पर भी पुलिसिया कहर टूटा है। साथ ही साथ घर के बाहर खड़ी बाइक और कार को भी पुलिस के गुस्से का शिकार होना पड़ा है।

क्या है पूरा मामला

15 अक्टूबर की दोपहर बाद बलिया जिले के रेवती थाना क्षेत्र के दुर्जनपुर गांव में कोटे की दुकान के आवंटन को लेकर की जा रही कार्यवाही में दो पक्षों में भिड़ंत हो गई, जिसमें गांव के ही दबंग धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ डब्ल्यू ने अपने साथियों के साथ मिलकर दूसरे पक्ष पर हमला बोल दिया और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी।

फायरिंग की इस वारदात में मौके पर मौजूद जयप्रकाश पाल को गोली लगी। इलाज के लिए अस्पताल ले जाते वक्त जयप्रकाश पाल की मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने धीरेंद्र प्रताप सिंह सहित कुल 8 लोगों के खिलाफ नामजद केस दर्ज किया है। घटना के दौरान मौके पर मौजूद अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है।

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