bangladesh news: बांग्लादेश में हाल ही में कट्टरपंथियों की सरकार के सत्ता में आने के बाद, शेख हसीना के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
पिछले दस दिनों में शेख हसीना के खिलाफ हत्या, मानवता के खिलाफ अपराध और नरसंहार समेत कुल 49 FIR दर्ज की गई हैं। इनमें से 40 मामले हत्या के, सात मानवता के खिलाफ अपराध और नरसंहार के, और एक अपहरण का है।
सद्दाम हुसैन की तरह शेख हसीना पर भी 2013 में एक प्रदर्शन के दौरान 27 लोगों की हत्या का आरोप है। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने शेख हसीना को भगौड़ा घोषित कर दिया है और उनका राजनयिक पासपोर्ट रद्द कर दिया है, जिससे अब बांग्लादेश उन्हें भारत से वापस लाने के लिए प्रत्यर्पण की मांग कर सकती है। कट्टरपंथी चाहते है कि सद्दाम हुसैन की तरह हसीना को भी सजा मिले।
भारत और बांग्लादेश के बीच 2013 के प्रत्यर्पण समझौते के अनुसार, राजनीतिक अपराधों के मामलों में प्रत्यर्पण से इंकार किया जा सकता है, लेकिन हत्या, अपहरण, और आतंकवाद जैसे मामलों में प्रत्यर्पण की संभावना बनी रहती है। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार शेख हसीना के खिलाफ सबूत पेश किए बिना भी प्रत्यर्पण का अनुरोध कर सकती है, जिससे भारत और बांग्लादेश के बीच रिश्तों में तनाव बढ़ सकता है।
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