बैंक कर्मचारियों ने बहुत टाइम से हफ्ते में दो दिन की छुट्टी की मांग की है। इस प्रस्ताव का मकसद है कि उनकी लाइफ-वर्क बैलेंस बेहतर हो, जिससे उनका कामकाज सुचारू रूप से हो सके। बैंक कर्मचारी यूनियनों के अनुसार, ये बदलाव ग्राहकों पर कोई असर नहीं डालेगा, क्योंकि ऑनलाइन बैंकिंग और मोबाइल ऐप्स का उपयोग बढ़ सकता है।
इस मुद्दे पर सरकारी मंजूरी की प्रतीक्षा जारी है। बैंक कर्मचारियों के इस प्रस्ताव को लेकर सहमति बन गई है, लेकिन कब हर झंडी दी जाएगी इसका कुछ अता पता नहीं है।
प्रस्ताव के लागू होने की संभावना है कि बैंकों के काम की दिनचर्या में बदलाव आ सकता है, लेकिन ऐसे में बैंकों ने वर्किंग ऑवर बढ़ाने और ऑनलाइन सेवाओं को बेहतर बनाने का प्रस्ताव भी दिया है। इससे लोगों को कोई असुविधा न हो, इसका भी विचार किया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक, बैंक अब सवेरे 9:45 बजे से शाम 5:30 बजे तक खुले रह सकते हैं. अभी बैंक कर्मचारी हर महीने के पहले और तीसरे शनिवार को कार्य करते हैं. हफ्ते में दो दिन बैंक बंद होने से बैंकों में लंबी कतार की समस्या मुमकिन है।
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