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नई दिल्ली:

राजनीति में एक बार फिर बयानबाज़ी ने सियासी पारा चढ़ा दिया है। इस बार मामला जुड़ा है मौलाना तौकीर रशीदी के एक बयान से, जिसने न सिर्फ विपक्षी दलों को कटघरे में खड़ा किया, बल्कि बीजेपी को समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव के समर्थन में भी ला खड़ा किया।

दरअसल, एक हालिया जनसभा में मौलाना रशीदी ने डिंपल यादव को लेकर कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिसे लेकर सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक मंचों तक विवाद शुरू हो गया। इस टिप्पणी पर बीजेपी नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी और रशीदी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

क्या कहा मौलाना रशीदी ने?

अपने भाषण में मौलाना रशीदी ने डिंपल यादव के धर्म और व्यक्तिगत जीवन को लेकर ऐसा बयान दिया, जिसे कई लोगों ने अपमानजनक और असंवेदनशील बताया। हालांकि बयान का वीडियो वायरल होते ही मौलाना ने सफाई भी दी कि उनका मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था।

भाजपा ने क्यों किया डिंपल यादव का समर्थन?

बीजेपी ने इस मुद्दे पर महिला सम्मान और धार्मिक सहिष्णुता की बात करते हुए डिंपल यादव का समर्थन किया। पार्टी के कई नेताओं ने मौलाना रशीदी के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि महिलाओं पर इस तरह की निजी टिप्पणियां राजनीति में अस्वीकार्य हैं।

वहीं, समाजवादी पार्टी ने भी रशीदी के बयान से किनारा कर लिया है और इसे पार्टी की सोच से अलग बताया है।

इस पूरे घटनाक्रम ने सियासत को गरमा दिया है और एक बार फिर यह सवाल उठा है कि नेताओं की भाषा की मर्यादा कहां तक होनी चाहिए।

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