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(पैटर्न तैयार)

देशभर में सीबीएसई, आईसीएसई और राज्यों की बोर्ड परीक्षाएं साल में एक बार आयोजित की जाती हैं। ‌ लेकिन अगले साल से यह पैटर्न (CBSE Exam New Pattern) बदल जाएगा। अब बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित की जाएंगी। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने बुधवार को अगले साल से होने वाले नए बदलाव की घोषणा की। 

शिक्षा मंत्रालय द्वारा किए गए बड़े बदलावों के मुताबिक अब कक्षा 11 और कक्षा 12 के स्टूडेंट्स को स्ट्रीम चुनने की बाध्यता को हटा दिया गया है। ऐसे में छात्र को अब अपनी पसंद के सब्जेक्ट चुनने की छूट होगी। फिलहाल सभी बोर्डों के करिकुलम के अनुसार स्टूडेंट्स साइंस, कॉमर्स, आर्ट्स, वोकेशनल, आदि में से किसी एक का चुनाव करना होता है। 

साथ ही, स्टूडेंट्स को इन दोनों ही कक्षाओं में दो लैंग्वेज के सब्जेक्ट चुनने होंगे, जिसमें से एक भारतीय भाषा होना चाहिए। साल की दोनों परीक्षाओं में छात्रों का जो स्कोर सबसे अच्छा होगा, वह उसे काउंट कराने के लिए किसी भी परीक्षा में अपनी मार्कशीट दे सकेंगे। 

माना जा रहा है कि नए पाठ्यक्रम (CBSE Exam New Pattern) के जारी होने के बाद संबंधित बोर्ड भी जल्द ही निर्देश जारी कर सकेंगे। नए पाठ्यक्रम के मुताबिक 11वीं-12वीं में दो भाषाओं को पढ़ाया जाएगा। बोर्ड परीक्षाओं में परीक्षा अब रटने की पद्धति को कम करने करके गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर फोकस किया जाएगा। 

अभी साल में बोर्ड परीक्षाएं एक बार आयोजित की जा रही हैं। ऐसे में किसी भी स्टूडेंट्स को फेल होने पर सिर्फ कंपार्टमेंटल और स्क्रूटनी का रास्ता ही पास होने के लिए बचता है। हालांकि, कोरोना काल में सीबीएसई बोर्ड की तरफ से सेमेस्टर वाइज परीक्षाएं एक साल के लिए जरूर आयोजित की गई थी। लेकिन कोरोना से स्थितियां सामान्य होने पर फिर से सीबीएसई की परीक्षाएं पुराने पैटर्न पर आयोजित होने लगीं। साल में दो बार बोर्ड परीक्षाएं आयोजित होने की स्थिति में छात्रों पर दबाव कम होगा और वे फ्री माइंडसेट के साथ एग्जाम दे सकेंगे।  

बुधवार को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर हुई बैठक में लिया गया। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के मुताबिक, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के तहत बोर्ड परीक्षाओं का नया ढांचा तैयार हो गया है। 2024 के शिक्षा सत्र में किताबें भी इसी के हिसाब से तैयार होंगी। जल्द राज्यों के बोर्ड इस बारे में निर्देश जारी कर सकते हैं। 

फिलहाल नई शिक्षा नीति में 2 बार बोर्ड परीक्षाएं कराने की सिफारिश जोड़कर केंद्र को भेज दी गई है। जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार नया करिकुलम का फ्रेमवर्क तैयार कर लिया गया है और इनके अनुसार किताबें 2024 सत्र के लिए तैयार की जाएंगी। ऐसे में बोर्ड परीक्षाओं को लेकर की गई घोषणा वर्ष 2024-25 से लागू किए जाएंगे। वहीं तमिलनाडु और केरल की सरकारों ने पहले ही नई राष्ट्रीय नीति को लागू करने से मना कर दिया है।

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