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बीजेपी और 'आप' उम्मीदवारों के खेल ने जालंधरियों को असमंजस में डाल दिया है। आम आदमी पार्टी ने बीजेपी छोड़ने वाले महेंद्र भगत को टिकट दिया है और बीजेपी ने आम आदमी पार्टी छोड़ने वाली शीतल अंगुराल को टिकट दिया है। लोकसभा इलेक्शन में तो जनता ने दलबदलुओं को नकार दिया, लेकिन अब देखना है कि उपचुनाव में मतदाता किसे चुनते हैं।

आपको बता दें कि महेंद्र भगत बीजेपी के पूर्व मंत्री चुन्नी लाल भगत के बेटे हैं। जालंधर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में उनकी मजबूत पकड़ है। उन्हें बीजेपी से टिकट नहीं मिला। दिलचस्प बात यह है कि दोनों उम्मीदवार 2022 के विधानसभा चुनाव में भी मैदान में थे। तब महेंद्र भगत बीजेपी के उम्मीदवार थे और शीतल अंगुराल आप की उम्मीदवार थीं। इस बार मामला उलट गया है। भगत आप के उम्मीदवार हैं जबकि अंगुराल भाजपा के उम्मीदवार हैं।

दरअसल, 2023 में हुए लोकसभा उपचुनाव के दौरान महेंद्र भगत बीजेपी छोड़कर आप में शामिल हो गए थे। चंडीगढ़ में महेंद्र भगत ने थामा 'आप' का झाड़ू। महेंद्र के पिता चुन्नी लाल भगत पंजाब बीजेपी का बड़ा चेहरा थे। वह राज्य सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। फरवरी 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने उन्हें मैदान में उतारा, जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा।

वहीं शीतल अंगुराल लोकसभा इलेक्शन से ठीक पहले 27 मार्च को बीजेपी में शामिल हो गईं। इसके बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया, लेकिन 29 मई को अंगुराल ने अपना इस्तीफा वापस लेने का फैसला किया। अंगुराल ने 30 मई को अपना इस्तीफा वापस लेने के लिए स्पीकर को पत्र लिखा था।

इसके बाद 3 जून को स्पीकर ने अंगुराल को उनके इस्तीफे पर चर्चा के लिए आमंत्रित किया, लेकिन 30 मई को अचानक अंगुराल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया। इस पर अंगुराल ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की बात कही।

शीतल अंगुराल ने लोगों को धोखा दिया: भगत

जालंधर पश्चिम सीट से उपचुनाव के लिए आप के उम्मीदवार महिंदर भगत ने कहा है कि मुझ पर भरोसा करने के लिए मैं पार्टी को धन्यवाद देता हूं। उन्होंने कहा कि शीतल अंगुराल ने लोगों को धोखा दिया है। आम आदमी पार्टी के काम को देखकर लोगों ने अंगुराल को वोट दिया, लेकिन शीतल लोगों की सेवा करने की बजाय बीजेपी में शामिल हो गईं।

वहीं, बीजेपी से टिकट मिलने के बाद शीतल अंगुराल ने कहा कि मैं वेस्ट का बच्चा हूं और वेस्ट हलका मेरा घर है। आम आदमी पार्टी कह रही थी कि वह इस सीट पर सिर्फ आम कार्यकर्ता को ही मैदान में उतारेगी लेकिन उन्होंने महेंद्र भगत को मैदान में उतार दिया है। भगत करोड़पति उम्मीदवार हैं।

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