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Up Kiran, Digital Desk: क्या आपने कभी सोचा है कि उन लोगों का क्या होता होगा, जिन्हें आँखों की रोशनी कम होने के बावजूद डॉक्टर के पास जाने या महंगा इलाज करवाने का मौका नहीं मिलता? आंध्र प्रदेश से आज एक बहुत ही अच्छी और ज़रूरी खबर सामने आई है, जहाँ एक बड़ा निःशुल्क नेत्र शिविर (Free Mega Eye Camp) लगाया गया है. इस शिविर में सैकड़ों लोगों को अपनी आँखों की जांच करवाने और उनसे जुड़ी समस्याओं का समाधान पाने का मौका मिला है. यह पहल उन लोगों के लिए एक उम्मीद की किरण है, जो अपनी आँखों की देखभाल के लिए आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हैं.

आँखों की देखभाल, सबकी ज़रूरत: निःशुल्क नेत्र शिविर की अहमियत

आँखें हमारी ज़िंदगी का सबसे अनमोल हिस्सा होती हैं, और इनकी देखभाल करना बहुत ज़रूरी है. लेकिन, ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में रहने वाले कई लोग आँखों की बीमारियों, जैसे मोतियाबिंद या कमज़ोर नज़र से जूझते रहते हैं, क्योंकि उन्हें सही समय पर सही इलाज नहीं मिल पाता. ऐसे में मुफ्त नेत्र शिविर किसी वरदान से कम नहीं होते

आज आयोजित हुए इस विशाल नेत्र शिविर में अनुभवी डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मचारियों की टीम ने

  1. निःशुल्क जाँचें की: सैकड़ों लोगों की आँखों की जांच अत्याधुनिक उपकरणों से की गई. इसमें मधुमेह और उच्च रक्तचाप की जांच भी शामिल थी, क्योंकि ये बीमारियाँ अक्सर आँखों को प्रभावित करती हैं.
  2. दवाएँ और परामर्श: जिन्हें हल्की-फुल्की दिक्कतें थीं, उन्हें मुफ्त दवाएँ दी गईं और सही देखभाल के बारे में बताया गया
  3. सर्जरी के लिए रेफरल: जिन लोगों को मोतियाबिंद या अन्य गंभीर समस्याओं के लिए ऑपरेशन की ज़रूरत थी, उन्हें आगे के इलाज और मुफ्त सर्जरी के लिए विशेष अस्पतालों में रेफर किया गया है.

यह सामुदायिक स्वास्थ्य पहल इस बात पर ज़ोर देती है कि स्वस्थ जीवन के लिए अच्छी दृष्टि कितनी महत्वपूर्ण है स्थानीय नेताओं और स्वयंसेवकों ने भी इस आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, यह सुनिश्चित करते हुए कि लोगों को अच्छी तरह से कतारों में खड़ा किया जाए, पानी मिले और अन्य सुविधाएँ भी दी जाएं.

यह शिविर केवल आंखों की रोशनी बचाने का काम नहीं करता, बल्कि समाज में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने और उन लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाएँ पहुँचाने में भी मदद करता है जो अक्सर इनसे वंचित रह जाते हैं.