संविदा कर्मचारियों ने खून से लिखा पत्र लिखा है। दरअसल, संविदा कर्मियों के नियमितीकरण के लिए चल रहा आंदोलन समय के साथ और भी व्यापक होता जा रहा है। जेल भरो आमरण अनशन के बाद आम जनमानस के इस स्मृति में आंदोलन की अलग छवि बनाने के बाद 20वें दिन बालोद से आई एक दिव्यांग महिला संविदा कर्मी उमेश्वरी देशमुख ने खून से राहुल गांधी को चुनावी घोषणा पत्र के वादे को याद दिलाने के लिए पत्र लिखकर संविदा कर्मचारियों को नियमित करने की अपील की।
जानकारी के अनुसार आमरण अनशन के बाद महिलाओं ने धरना स्थल में अपना खून से नियमितिकरण का पत्र लिखकर राहुल गांधी से अपील करते हुए कहा कि आपने जो बिंदु क्रमांक 11 में नियमितीकरण का वादा किया था उसे तत्काल पूरा करें। जिस प्रकार प्रियंका गांधी ने संविदा प्रथा को अभिशाप बताया था, उसी संविदा प्रथा को समाप्त करके उनके नाम से खून से पत्र लिखा गया। पौने पांच साल बाद भी नियमितीकरण का वादा अधूरा है।
युवती ने लिखा कि मैं आपसे निवेदन करती हूं कि हमारे प्रति सहानुभूति पूर्वक निर्णय लें। वहीं संविदा कर्मचारी दीपक कुरुवंशी, उत्तम सोनी, प्रेम कुमार यादव, प्रकाश जाधव, करन राव आत्रेय आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। इन संविदा कर्मचारियों के मंच में आकर छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल ने भी समर्थन दिया।
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