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सुनील छेत्री की कप्तानी वाली भारतीय फुटबॉल टीम ने इतिहास रच दिया है। टीम इंडिया साउथ एशियन फुटबॉल की चैंपियन बन गई है। मंगलवार को टीम ने सैफ चैंपियनशिप के फाइनल में कुवैत को पेनल्टी शूटआउट में पाँच चार से हराकर टूर्नामेंट पर कब्जा जमाया। भारत ने निरंतर दूसरी और कुल नौंवी बार सैफ कप जीता।

टीम इंडिया की इस बड़ी जीत के बाद चारों ओर सिर्फ फुटबॉल के नाम का डंका बजा है। भारतीय फुटबॉल टीम की इस सफलता के पीछे सबसे बड़ा हाथ कप्तान सुनील छेत्री का है। सैफ चैंपियनशिप पर भी उनका दबदबा देखने को मिला। पूरे टूर्नामेंट में जर्सी नंबर इलैवन सुनील छेत्री ने कुल पाँच गोल दागे। इन पांच गोल में पाकिस्तान के खिलाफ उनकी शानदार हैट्रिक भी शामिल है।

भारत के सैफ कप जीतने के बाद फुटबॉल के गलियारों में सुनील छेत्री के रिटायरमेंट की खबरें भी तेज हो गई हैं। छेत्री 38 साल के हो चुके हैं। ऐसे में उनके संन्यास को लेकर अटकलें चलती रहती हैं। सैफ चैंपियनशिप जीतने के बाद जब खुद सुनील छेत्री से उनके रिटायरमेंट को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने सबकुछ शीशे की तरह साफ कर दिया।

छेत्री ने कहा कि उन्होंने संन्यास लेने की कोई समय सीमा तय नहीं की है। छेत्री ने अपने बयान में कहा कि कुछ मानदंड हैं जिनके बारे में मैं सोचता हूं। मैं टीम के लिए योगदान कर पा रहा हूं या नहीं कर पा रहा हूं। जितनी कड़ी ट्रेनिंग करना चाहता हूं उतनी कर पाता हूं या नहीं। ये कुछ मानक है जो मुझे बताएंगे कि मैं इस टीम के लिए फिट बैठता हूं या नहीं। जिस दिन मुझे लगेगा ऐसा नहीं हो पा रहा है तो मैं खेल को अलविदा कह दूंगा। छेत्री ने कहा, लेकिन मैं यह नहीं बता सकता कि रिटायरमेंट एक साल बाद होगा या छह महीने बाद। मेरा परिवार जब भी इस बारे में बात करता है तो मैं मजाकिया अंदाज में उनको अपने आंकड़े बता देता हूं। 

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