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महाराष्ट्र के कोल्हापुर में औरंगजेब और टीपू सुल्तान की तारीफ करने वाले वीडियो का स्टेटस लगाने पर बवाल खड़ा हो गया। इस सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए 7 जून को दो गुटों में विवाद हो गया। पूरी घटना को लेकर महाराष्ट्र की सियासत में भी उबाल है। मुख्यमंत्री शिंदे से लेकर डिप्टी सीएम देवेंद्र फडनवीस ने शांति की अपील की है। साथ ही दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई की बात कही है। वहीं विपक्ष कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है।

कोल्हापुर के एसपी महेंद्र पंडित के अनुसार मंगलवार यानी 6 जून को एक वॉट्सऐप ग्रुप ने औरंगजेब की तारीफ में कुछ लोगों ने एक पोस्ट वायरल किया था। पोस्ट के वायरल होने के बाद 7 जून को इसके विरोध में हिंदू संगठनों ने कोल्हापुर बंद का ऐलान किया था। प्रदर्शनकारी स्टेटस लगाने वाले लोगों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे।

एसपी महेंद्र के मुताबिक हिंदू संगठनों ने 7 जून को शहर के दशहरा चौक, टाउन हॉल, लक्ष्मीपुरा आदि इलाकों में पथराव करते हुए प्रदर्शन किया। इससे पूरे जिले की स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी। पुलिस ने तत्काल लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर बितर किया और स्थिति पर काबू पाया। लोगों से शांत रहने की अपील की गई है। लक्ष्मीपुरा पुलिस स्टेशन में वॉट्सएप पोस्ट को लेकर दो लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। पूरे इलाके में 19 जून तक धारा 144 लगा दी गई है।

पूरे मामले में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडनवीस का बयान भी सामने आया है। कोल्हापुर की घटना को लेकर उन्होंने कहा, महाराष्ट्र के कुछ जिलों में औरंगजेब की औलादें पैदा हुई हैं। औरंगजेब की फोटो दिखाते, रखते और स्टेटस लगाते हैं। इस कारण समाज में दुर्भावना और तनाव पैदा हो रहा है। 

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