कोरोना : यूपी के 32 गावों में सोनू सूद, कुमार विश्वास और मालिनी अवस्थी करेंगी सेवा

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रायबरेली। कोरोना संकट में जानी मानी हस्तियों ने भी आगे आकर लोगों की मदद की है। इस संकट में हीरो बने सोनू सूद की मदद जगजाहिर है। अब रायबरेली को भी सोनू सूद की मदद का सहारा मिला है और इस काम में प्रख्यात कवि कुमार विश्वास और लोक गायिका मालिनी अवस्थी ने साथ दिया है।

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‘आओ गांव बचायें’ की मुहिम के तहत मदद दी जा रही

इन हस्तियों के सहयोग से रायबरेली के तीन गावों में कोविड मरीजों को मदद मुहैया कराया जा रही है, जिसकी विधिवत शुरुआत हो चुकी है। हालांकि इस अभियान को अभी प्रथम चरण में तीन अन्य गांवों में भी जल्दी शुरू करने की तैयारी है। इसका श्रेय जाता है कवि और व्यंग्यकार पंकज प्रसून को जिनकी ‘आओ गांव बचायें’ की मुहिम के तहत गांव के लोगों को यह मदद दी जा रही है। प्रसून की यह मुहिम रंग ला रही है और लोगों को जीवन रक्षक मदद मिल पा रही है।

कोरोना मरीजों की मदद के लिए यह मुहिम शुरू की

दरअसल, रायबरेली के मूल निवासी पंकज प्रसून ने गावों में कोरोना मरीजों की मदद के लिए यह मुहिम शुरू की, जिसमें रायबरेली के छह ग्राम सभाओं के 32 गांव को चुना गया है। जिसमें सहजौरा, लोहड़ा, रौला, डोमपुर, मुस्तफाबाद, बेलहनी, मऊगर्वी आदि में घर-घर जाकर कोरोना मरीजों को किट उपलब्ध करानी है। इसके साथ ही प्रसिद्ध डॉक्टरों से उनको चिकित्सीय परामर्श भी दी जाएगी। मरीजों को दी जाने वाली किट में राशन, दवाएं और अन्य जरूरी सामग्री है।

इसके अलावा हर ग्राम पंचायत में ऑक्सीजन कांस्ट्रेटर, आक्सीमीटर भी पंचायत भवन में रखे जाएंगे,जिसका लाभ गांव के कोरोना मरीजों को मिलेगा। पंकज प्रसून की इस मुहिम में जहां एक्टर सोनू सूद ने तीन ऑक्सीजन कांस्ट्रेटर उपलब्ध कराए, वहीं कुमार विश्वास ने कोरोना किट की मदद की।

ग्राम पंचायत में कोविड केयर सेंटर बनाया गया

लोकगायिका मालिनी अवस्थी ने भी संस्था सोन चिरैया के माध्यम से राशन की किट उपलब्ध कराई। कवियों, गायकों और अभिनेता की यह मदद लोगों तक पहुंचाने की शुरुआत भी हो चुकी है। अभी इसकी शुरूआत तीन गावों से की गई है। जहां के ग्राम पंचायत में कोविड केयर सेंटर बनाया गया है। इन सेंटर पर ऑक्सीजन कांस्ट्रेटर, आक्सीमीटर, ऑक्सीजन सिलेंडर, थर्मल स्कैनर, वेपोराइजर व बेड की सुविधा है। यहां लोगों को किट के साथ ऑक्सीजन सेचुरेशन मापा गया और भाप मशीन दी गई। साथ ही हेल्प नंबर भी जारी किया गया।

‘आओ गांव बचायें’ के कार्यकर्ता घर-घर जाकर इसे मरीजों तक पहुंचा रहे हैं। इस काम में मरीजों की मदद के लिए एसपीजीआई के डॉक्टर ज्ञान चंद्र और डॉ सूज ओझा,डॉ दीनानाथ आगे आये हैं। वह मरीजों को चिकित्सकीय परामर्श देंगे।

सहजौरा के प्रभारी जफरुल ने बताया कि गांव के कोविड सेंटर को प्राथमिक अस्पताल के रूप में शुरू किया गया है, जहां संक्रमित और संदिग्ध दोनों प्रकार के मरीजों की मदद की जा रही है। इसके अलावा गांव में घर-घर जाकर किट उपलब्ध कराया जा रहा है।

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