देश में बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन को लेकर एक बड़ा फैसला होने की उम्मीद जताई जा रही है. आपको बता दें कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर (Covid 19 3rd Wave) की आशंका के बीच बच्चों के लिए वैक्सीन (Vaccine For Chiledrens) पर आज फैसला हो सकता है. केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) की विषय विशेषज्ञ समिति (SEC) सोमवार को भारत बायोटेक के कोविड-19 वैक्सीन पर फैसला कर सकती है.
वहीँ दवा नियामकों ने भारत बायोटेक को इस साल मई में बच्चों पर परीक्षण करने की अनुमति दी थी. यह ट्रायल सितंबर में पूरा किया गया. 6 अक्टूबर को ही कंपनी ने सत्यापन तथा आपातकालीन उपयोग की मंजूरी के लिए आंकड़े CDSCO को सौंप दिए. बता दें कि कंपनी के सूत्रों ने कहा, ‘CDSCO को 2-18 वर्ष आयु वर्ग के लिए कोवैक्सीन चिकित्सीय परीक्षण डेटा प्रस्तुत किया गया है… यह विनिर्माण प्लेटफॉर्म की सुरक्षा और वयस्कों में चरण 1, 2 और 3 चिकित्सीय परीक्षणों से अनुभवजन्य साक्ष्य के कारण संभव है.’
भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक कृष्णा एला ने 21 सितंबर को कहा था कि 18 वर्ष से कम उम्र के लिए टीके विकसित करने में जुटी कोवैक्सीन ने लगभग 1,000 बच्चों के साथ चरण 2/3 परीक्षण पूरा कर लिया है और आंकड़ों का विश्लेषण जारी है.’ वॉयल से वैक्सीन सिरिंज में भरते समय कभी कभी 0.5ml से कम या ज्यादा हो सकता है. ऐसे में बच्चों के लिए कोवैक्सीन PFS मैकेनिज्म के जरिए पहले से भरी हुई सिरिंज में होगी. बच्चों को टीके लगाते समय सटीक खुराक बहुत जरूरी है, जिसकी वजह से इस सिरिंज में बच्चों के लिए टीके की खुराक 0.5ml ही होगी.