खजूर के कुछ शक्तिशाली स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं जैसे ऊर्जा बढ़ाना, शरीर में आयरन बढ़ाना और पाचन में सहायता करना।विभिन्न पोषक तत्वों, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर खजूर पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। खजूर को सूखा मेवा कहा जाता है, और इसमें एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं इसके अलावा खजूर एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-ट्यूमर गुणों के कारण विभिन्न स्थितियों के इलाज में फायदेमंद साबित हो सकते हैं।
इस आर्टिकल में हम खजूर के फायदे और नुकसान के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।
खजूर का वैज्ञानिक नाम फीनिक्स डेक्टाइलिफेरा है।
खजूर खाने के निम्नलिखित लाभ हो सकते हैं।
खजूर में एक पोषक तत्वों से भरपूर होता है।सूखने पर उनकी कैलोरी सामग्री अधिकांश ताजे फलों की तुलना में अधिक है।खजूर के सेवन से हम अन्य सूखे मेवों (किशमिश और अंजीर) के जैसे ही कैलोरी प्राप्त करते हैं।खजूर में ज्यादातर कैलोरी कार्बोहाइड्रेट की उपस्थिति के कारण होती है। खजूर में बहुत कम मात्रा में प्रोटीन होते हैं। उनकी कैलोरी के बावजूद, खजूर में महत्वपूर्ण मात्रा में फाइबर के अलावा कुछ महत्वपूर्ण विटामिन और खनिज होते हैं।
आइए देखते हैं कि खजूर की 100 ग्राम की मात्रा में कौन कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं।
आपके संपूर्ण स्वास्थ्य और कब्ज दूर करने के लिए पर्याप्त फाइबर का सेवन करना महत्वपूर्ण है।अपने आहार में खजूर की 100 ग्राम की मात्रा में लगभग 7 ग्राम फाइबर होता है अतः खजूर का सेवन कारण अपने फाइबर सेवन को बढ़ाने का एक शानदार तरीका है।
फाइबर कब्ज को रोककर आपके पाचन स्वास्थ्य को लाभ पहुंचा सकता है। यह मल के निर्माण में योगदान देकर नियमित मल त्याग को बढ़ावा देता है।एक अध्ययन में, 21 लोगों ने 21 दिनों के लिए प्रति दिन 7 खजूर का सेवन किया इस अध्ययन का रिजल्ट ये रहा कि प्रतिभागियों ने मल की आवृत्ति में सुधार का अनुभव किया और खजूर नहीं खाने की तुलना में उनके मल त्याग में उल्लेखनीय वृद्धि हुई।
इसके अलावा खजूर में मौजूद फाइबर ब्लड शुगर कंट्रोल (Dates benefits for diabetes in hindi) के लिए फायदेमंद हो सकता है क्योंकि फाइबर पाचन को धीमा कर देता है और खाने के बाद रक्त शर्करा के स्तर को बहुत अधिक बढ़ने से रोकने में मदद कर सकता है।इस कारण से, खजूर एक लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) फूड होता है, ग्लाइसेमिक इंडेक्स बॉडी मास इंडेक्स की तरह ही एक मापन प्रणाली है, जो यह मापता है कि एक निश्चित भोजन खाने के बाद आपका रक्त शर्करा कितनी तेजी से बढ़ता है।
खजूर खाने से ब्रेन फंक्शन को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है।प्रयोगशाला अध्ययनों ने मस्तिष्क में इंटरल्यूकिन-6 (IL-6) जैसे इन्फ्लेमेटरी मार्करों को कम करने के लिए खजूर को मददगार पाया है। IL-6 के उच्च स्तर से अल्जाइमर जैसे न्यूरोडीजेनेरेटिव रोगों का जोखिम बढ़ जाता है।
इसके अतिरिक्त, जानवरों में हुए एक अध्ययन से पता चला है कि खजूर अमाइलॉइड बीटा प्रोटीन की गतिविधि को कम करने में मददगार साबित होते हैं,अमाइलॉइड बीटा प्रोटीन मस्तिष्क में प्लाक बना सकते हैं।जब मस्तिष्क में प्लाक जमा हो जाते हैं, तो वे मस्तिष्क की कोशिकाओं के बीच संचार को बाधित कर सकते हैं, जिससे अंततः मस्तिष्क में उपस्थित कोशिकाओ की मृत्यु हो जाती है और अल्जाइमर रोग हो सकता है।
एक पशु अध्ययन में पाया गया कि खजूर के साथ मिश्रित भोजन का सेवन करने वाले चूहों में बेहतर स्मृति और सीखने की क्षमता में वृद्धि हुई, साथ ही उन पशुओं की तुलना में कम चिंता-संबंधी व्यवहार थे, जो उन्हें नहीं खाते थे।खजूर के संभावित मस्तिष्क-बढ़ाने वाले गुणों को फ्लेवोनोइड सहित सूजन को कम करने के लिए जाने जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट की उपस्थिति के कारण होता है।
खजूर में फास्फोरस, पोटेशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम सहित कई खनिज उपस्थित होते हैं।अध्ययन से पता चला है कि फास्फोरस, पोटेशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम ऑस्टियोपोरोसिस जैसी हड्डियों से संबंधित स्थितियों को रोकने में मदद करते हैं।
खजूर आयरन का प्रधान स्रोत होता है और आयरन लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।एनीमिया लाल रक्त कोशिकाओं की कमी से होती है, इसलिए एनीमिया होने पर खजूर का सेवन अत्यंत लाभकारी साबित होता है।
वसीम रॉक एट अल द्वारा जर्नल ऑफ एग्रीकल्चर एंड फूड केमिस्ट्री में छपे एक अध्ययन में यह पता चला है कि खजूर का सेवन ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करने और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में प्रभावी होता है। यह दोनों ही हृदय रोग और एथेरोजेनेसिस (Atherosclerosis) के लिए जिम्मेदार कारक हैं।
ट्राइग्लिसराइड धमनियों में फैटी प्लाक का निर्माण करता है, जिससे हृदय की कोशिकाओं को पर्याप्त मात्रा में रक्त नही पहुंच पता और धीरे धीरे करके हृदय की कोशिकाएं नष्ट होने लगती है, फलस्वरूप हार्ट अटैक और अन्य दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाते हैं।
हार्ट व्यूज जर्नल में प्रकाशित एक लेख के अनुसार, खजूर में कैरोटेनॉयड्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जो रतौंधी को रोकने और स्वस्थ दृष्टि को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।