मतदान से दो दिन पहले रविंद्र भाटी ने ठोका बड़ा दावा, बीजेपी को दी खुली चुनौती!

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2024 इलेक्शन को लेकर राजस्थान की सबसे चर्चित सीट बाड़मेर जैसलमेर पर सियासी पारा उबाल मार रहा है। इस सीट पर राजस्थान ही नहीं पूरे देश की निगाहें टिकी हुई हैं। त्रिकोणीय मुकाबले के चलते यहां बहुत रोचक समीकरण बने हुए हैं। इस मुकाबले को रोचक बनाने का क्रिडेट निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी को जाता है।

रविंद्र सिंह ने कांग्रेस और भाजपा दोनों के समीकरणों को मुश्किल में कर रखा है। भाटी इन दिनों हेलिकॉप्टर से चुनावी प्रचार कर रहे हैं। मीडिया से चर्चा करते हुए रविंद्र सिंह भाटी ने दावा किया है कि इस बार कितना भी बड़ा कोई स्टार प्रचारक बुला दो। कंगना रनौत से लेकर खली किसी को भी बुला लो, मगर बाड़मेर की आवाम मन बना चुकी है।

जानें कैसे चर्चा में आए रविंद्र सिंह भाटी

बाड़मेर के छोटे से गांव डोडा के रहने वाले रविंद्र सिंह भाटी बेहद सामान्य परिवार से आते हैं। उनके पिता शिक्षक हैं। भाटी के परिवार का राजनीति से दूर दूर तक लेनादेना नहीं है। शुरुआती शिक्षा गांव से करने के बाद इंटरमीडिएट की पढ़ाई बाड़मेर के एक स्कूल में की। फिर उच्च शिक्षा के लिए जयनारायण व्यास यूनिवर्सिटी जोधपुर पहुंचे।

यहीं से रवींद्र चर्चा में आए। साल दो हज़ार 19 में रविंद्र सिंह भाटी ने छात्रसंघ अध्यक्ष के पद के लिए एबीवीपी से टिकट की दावेदारी पेश की, मगर टिकट नहीं मिला। इससे नाराज भाटी ने निर्दलीय ताल ठोक दी और यूनिवर्सिटी के 57 साल के इतिहास में पहली बार निर्दलीय अध्यक्ष बने।

उन्होंने 2022 में अपने दोस्त रविंद्र सिंह भाटी को जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के छात्रसंघ चुनाव में अध्यक्ष का चुनाव भी जितवाया। इसके बाद रविंद्र सिंह भाटी राज्य की राजनीति में उतरे। उन्होंने बीजेपी ज्वाइन की और दो हज़ार 23 में राजस्थान विधानसभा चुनाव में शिव सीट से टिकट मांगा। टिकट नहीं मिला तो नाराज भाटी ने भाजपा से बगावत कर दी। शिव विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी।

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