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Defence Deal: भारत इस वित्तीय वर्ष के अंत तक चार प्रमुख रक्षा सौदों को अंतिम रूप देने की योजना बना रहा है, जिनकी कुल लागत 1.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक होगी। ये सौदे फ्रांस से 26 राफेल-मरीन लड़ाकू विमानों तीन अतिरिक्त स्कॉर्पीन पनडुब्बियों, 156 प्रचंड हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टरों और 307 एडवांस टोएड आर्टिलरी गन सिस्टम (ATAGS) के लिए हैं।
राफेल लड़ाकू विमान: 63,000 करोड़ रुपये का सौदा है। इसमें 22 सिंगल-सीट और 4 ट्विन-सीट ट्रेनर विमान शामिल हैं, जो आईएनएस विक्रांत से संचालित होंगे।
पनडुब्बियां: 38,000 करोड़ रुपये का सौदा है। इसमें एयर-इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन तकनीक वाली तीन स्कॉर्पीन पनडुब्बियां शामिल हैं, जिनका निर्माण मझगांव डॉकयार्ड में होगा।
हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर: 53,000 करोड़ रुपये का सौदा, जो ऊँचाई वाले क्षेत्रों में संचालन के लिए सक्षम हैं और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा निर्मित होंगे।
ATAGS तोप: 8,500 करोड़ रुपये का सौदा, जो DRDO द्वारा विकसित की जा रही है और जिसे भारत फोर्ज और टाटा एडवांस्ड सिस्टम के माध्यम से बनाया जाएगा।
सरकार का लक्ष्य इन सौदों को 31 मार्च 2025 तक पूरा करना है, साथ ही रक्षा अधिग्रहण प्रक्रिया में सुधार पर भी काम चल रहा है।