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Diwali 2024: पूर्वी लद्दाख के पास सीमा पर सैनिकों की वापसी लगभग पूरी होने वाली है। इसी बीच भारत और चीन ने गुरुवार को दिवाली के मौके पर वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर कई सीमा बिंदुओं पर मिठाइयों का आदान-प्रदान किया। सेना के सूत्रों ने ये जानकारी दी।

यह पारंपरिक अभ्यास ऐसे समय में किया गया है जब एक दिन पहले दोनों देशों ने पूर्वी लद्दाख के डेमचोक और देपसांग मैदानों में दो टकराव बिंदुओं पर सैनिकों की वापसी लगभग पूरी कर ली थी, जिससे भारत-चीन संबंधों में ताजा गर्मजोशी आई थी।

सेना के एक सूत्र ने पीटीआई को बताया, "दिवाली के मौके पर वास्तविक नियंत्रण रेखा पर कई सीमा बिंदुओं पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच मिठाइयों का आदान-प्रदान हुआ।"

सूत्रों ने बताया कि यह आदान-प्रदान वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास पांच सीमा कार्मिक बैठक (बीपीएम) बिंदुओं पर हुआ।

बुधवार को फौज के एक सूत्र ने कहा कि दोनों पक्षों के सैनिकों ने दो टकराव बिंदुओं पर वापसी की प्रक्रिया पूरी कर ली है और इन बिंदुओं पर जल्द ही गश्त शुरू हो जाएगी।

सूत्र ने बताया कि पीछे हटने के बाद सत्यापन प्रक्रिया प्रगति पर थी और जमीनी कमांडरों के बीच गश्त के तौर-तरीकों पर निर्णय लिया जाना था।

सेना के सूत्र ने कहा, ''स्थानीय कमांडर स्तर पर बातचीत जारी रहेगी।'' विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने 21 अक्टूबर को दिल्ली में कहा कि पिछले कई हफ्तों से चल रही बातचीत के बाद भारत और चीन के बीच एक समझौते को अंतिम रूप दिया गया है और इससे 2020 में उठे मुद्दों का समाधान निकलेगा।

पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सैनिकों की गश्त और वापसी पर सहमति बनी, जो चार साल से चल रहे गतिरोध को समाप्त करने में एक बड़ी सफलता है।

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