यहूदी देश व हमास के मध्य दो और दिनों के लिए संघर्षविराम हो गया है। इस बीच इजरायल की फौज ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर हमास बंधकों को नहीं छोड़ता है तो गाजा पर हमले के लिए उसकी फौज पूरी तरह तैयार है। इतना ही नहीं इजरायल ने मोसाद को निर्देश दिया है कि वो विश्व में कहीं भी छिपे हमास के शीर्ष नेताओं को मार गिराए।
इन सबके बीच गाजा में हार के मुहाने पर पहुंचे हमास के लोग अपने दोस्तों ईरान और उसके प्रॉक्सी लेबनानी दल हिज्बुल्ला पर बुरी तरह से नाराज हैं। दरअसल, हमास को उम्मीद थी कि ईरान और हिज्बुल्ला युद्ध का दूसरा मोर्चा खोलेंगे मगर अमेरिकी चेतावनी के आगे इन दोनों ने ही घुटने टेक दिए और लड़ाई में कूदने से मना कर दिया।
आपको बता दें कि हमास आतंकी चाहते थे कि ईरान और हिज्बुल्ला इजरायल के विरूद्ध दूसरा मोर्चा खोलें ताकि उसे युद्ध के मैदान में कुछ राहत मिले।
रिपोर्ट के अनुसार, हमास अब ईरान और हिज्बुल्ला पर आरोप लगा रहा है। मुस्जिम भाईचारे की नीतियों पर चलने वाले सुन्नी गुट हमास ने शिया ईरान और हिज्बुल्ला के इजरालय के विरूद्ध संयुक्त मोर्चा में शामिल नहीं होने के फैसले पर सरेआम नाराजगी जाहिर की है।
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