एक शक्तिशाली सौर तूफान (solar storm) 1.6 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से धरती के पास आ रहा है। जीपीएस सिग्नल और मोबाइलों पर इसका ज्यादा असर पड़ सकता है। सौर तूफान, जिसके सोमवार को प्रभाव पड़ने की उम्मीद है, संचार के बुनियादी ढांचे पर एक बड़ा प्रभाव डाल सकता है। बता दें कि दुनिया भर के मोबाइल फोन काम करने बंद कर सकते हैं।
स्पेसवेदर डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के मुताबिक तूफान की उत्पत्ति सूर्य के वातावरण से हुई है, लेकिन पूर्ण भू-चुंबकीय तूफान की संभावना नहीं है। हालाँकि, यह उच्च-ऊंचाई वाले अरोरा को चिंगारी दे सकता है।
अलर्ट में बताया गया कि ‘सौर हवा आ रही है!’ आज, सौर हवा की एक उच्च गति वाली धारा के पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से टकराने की उम्मीद है। सूर्य के वायुमंडल में एक भूमध्यरेखीय छिद्र से बहने वाली हवा की गति 500 किमी / सेकंड से ज्यादा हो सकती है। पूर्ण भू-चुंबकीय तूफान संभावना नहीं है, लेकिन कम भू-चुंबकीय अशांति उच्च अक्षांश औरोरा को चिंगारी दे सकती है।
संयुक्त राज्य अमेरिका के स्पेस वेदर प्रेडिक्शन सेंटर ने भविष्यवाणी की है कि सौर भड़कना पृथ्वी के सूर्य के किनारे पर एक उप-सौर बिंदु पर केंद्रित होने की संभावना है।
नवीनतम भविष्यवाणियों ने बताया कि शक्तिशाली चमक संचार व्यवधान और एचएफ (उच्च आवृत्ति) रेडियो संचार के व्यापक क्षेत्र में एक घंटे या उससे अधिक के लिए ब्लैकआउट का कारण बन सकती है।
नासा ने एक बयान में कहा है कि सौर तूफान करीब 16 लाख किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है। संभावना है कि इसकी गति और बढ़ सकती है।