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Up Kiran, Digital Desk: तट के पास हाल ही में डूबे एक मालवाहक जहाज से निकले छोटे प्लास्टिक के दाने, जिन्हें 'नर्डल्स' कहा जाता है, अब तमिलनाडु के तटों पर बहकर आ रहे हैं। इस घटना ने समुद्री पर्यावरण और तटीय इलाकों के लिए गंभीर चिंता पैदा कर दी है।

बताया जा रहा है कि ये प्लास्टिक नर्डल्स उस जहाज पर लदे सामान का हिस्सा थे जो दुर्घटनाग्रस्त होकर डूब गया था। समुद्री धाराओं के साथ बहते हुए ये छोटे प्लास्टिक कण अब लंबी दूरी तय कर तमिलनाडु के विभिन्न तटीय क्षेत्रों तक पहुँच रहे हैं।

तमिलनाडु के तटीय इलाकों में इन नर्डल्स का बहकर आना गंभीर चिंता का विषय बन गया है। प्लास्टिक के ये छोटे कण समुद्री जीवन और पर्यावरण के लिए बेहद हानिकारक हैं। समुद्री जीव इन्हें भोजन समझकर निगल सकते हैं, जिससे उनकी सेहत को खतरा होता है और पाचन तंत्र ब्लॉक हो सकता है। साथ ही, ये तटों को प्रदूषित करते हैं और समय के साथ छोटे माइक्रोप्लास्टिक में बदल जाते हैं, जिनका निपटान बहुत मुश्किल होता है और वे लंबे समय तक पर्यावरण में बने रहते हैं।

पर्यावरणविद और स्थानीय अधिकारी इस स्थिति को लेकर चिंतित हैं। वे तटों पर बहकर आ रहे इन नर्डल्स की मात्रा और फैलाव का आकलन कर रहे हैं और संभावित सफाई प्रयासों पर विचार कर रहे हैं। इस घटना ने समुद्री प्लास्टिक प्रदूषण की गंभीरता को एक बार फिर उजागर किया है, खासकर शिपिंग दुर्घटनाओं से होने वाले प्रदूषण के जोखिम को।

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