पिता ने ही की थी अपनी नाबालिग पुत्री की हत्या, हत्यारोपी गिरफ्तार

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थाना रसूलपुर क्षेत्र में तीन दिन पूर्व हुई नावालिग छात्रा की हत्या उसके ही पिता ने गोली मारकर की थी। छात्रा के पिता ने खुद को बचाने के लिये तीन लोगों के खिलाफ हत्या का झूठा नामजद मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने सोमवार को हत्यारोपी पिता को हत्या में प्रयुक्त तमंचा सहित गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया है। पुलिस ने हत्यारोपी को जेल भेजा है।

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पुलिस महानिरीक्षक आगरा ए सतीश गणेश ने बताया कि थाना रसूलपुर क्षेत्र के प्रेम नगर डांक बंगला गली नम्बर दो निवासी छात्रा ईशू चक (16) की 23 अक्टूबर की रात्रि में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मृतका के पिता अजय ने तीन नामजद युवकों व अन्य पर हत्या का आरोप लगाते हुये थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। घटना की गम्भीरता को देखते हुये अपर पुलिस महानिदेशक आगरा जोन आगरा व मेरे द्वारा घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया गया।

 इसके साथ ही एसएसपी, एसपी सिटी व सीओ सिटी ने भी घटना स्थल का निरीक्षण कर मामले की जांच की थी। विवेचना के दौरान पुलिस की टीमों द्वारा मृतका के पिता द्वारा प्रारम्भ में कई विरोधाभाषी बयान दिये गये। जिनकी गहराई से जाँच की गयी तो नामित अभियुक्त गण द्वारा घटना कारित करने की बात असत्य प्रतीत हुयी। घटना में नामित अभियुक्तगण घटना के समय घटनास्थल के आसपास मौजूद नही थे। जिसके कारण उनकी नामजदगी संदिग्ध प्रतीत हुई जिस पर गहराई से जाँच की गयी।

आईजी ने बताया कि जांच के दौरान मृतका के चाचा माँ व अन्य मौहल्ले वासियों से गहनता से पूछताछ की गयी तो मृतका की हत्या उसके पिता अजय द्वारा किये जाने की बात स्पष्ट रुप से सामने आ गयी। जिसके बाद थाना प्रभारी रसूलपुर फतेहबहादुर व उनकी टीम द्वारा सोमवार को सर्वलाल स्कूल के पास प्रेम नगर कैन्टीन के सामने से मृतका के पिता अजय पुत्र ईश्वरदयाल निवासी प्रेमनगर डाक बंगला गली न0-2 को हत्या में प्रयुक्त तमंचा के साथ गिरफ्तार किया गया।

पुलिस द्वारा जव मृतका के पिता से पूछताछ की गई तो अभियुक्त अजय द्वारा पुलिस को बताया गया कि उसको जानकारी हुई कि उसकी पुत्री किसी लड़के से फोन पर बात करती है। उसने यह बात अपनी पुत्री से पूंछी। पुत्री यह बात बताना नही चाहती थी, जिससे वह गुस्से से तमतमा गया और उसने तमंचा निकाल अपनी पुत्री को गोली मार दी। इसके बाद अपने बचने के लिये झूठा नाटक कर नामजद अभियुक्तों के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत करा दिया।

आईजी ने कहा कि फिरोजाबाद पुलिस द्वारा पिछले 48 घंण्टों में जो कड़ी मेहनत की गई है उसी का परिणाम है कि तीन निर्दोष जेल जाने से बचे है साथ ही साथ कानून के प्रति लोग का विश्वास बढ़ा है।

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