img

WTC FINAL में भारतीय क्रिकेट टीम की घटिया बल्लेबाजी पर अब तो धोनी भी गुस्सा चुके हैं। आखिरकार रोहित और कोहली की घटिया बल्लेबाजी पर चुप्पी तोड़ते हुए धोनी ने गुस्से में क्या क्या कह दिया है, ये तो बताएंगे ही। साथ ही साथ जडेजा और रहाणे की तारीफ भी की है।

टेस्ट के फाइनल में खिलाडि़यों का प्रदर्शन देखकर तो हर किसी क्रिकेटर दिग्गज को बुखार आ चुका है। दो साल की मशक्कत के बाद जब इंग्लैंड की धरती पर कदम रखा था तो बस एक ही सपना था भाई कैसे भी WTC घर लेकर आनी है।

लेकिन जैसा प्रदर्शन शुरुआत में रहा ऐसा लग रहा है की ट्रॉफी ऑस्ट्रेलिया ही जाएगी। टॉस तो भले ही इंडिया जीत गई लेकिन टॉस जीतने के बाद प्रदर्शन इतना ज्यादा खराब रहा कि देखकर हर कोई तौबा कर रहा है।

गेंदबाजों ने तो पहली इनिंग में ही ऑस्ट्रेलिया के हाथों चार सौ उनहत्तर रन लुटा दिए। यानि कि भारत के सामने पहली इनिंग में चार सौ सत्तर से ज्यादा रन बन चुके थे।

स्कोरबोर्ड पर अब ठीक रन ज्यादा चले गए लेकिन इन्हें चेंज करने के लिए जो बल्लेबाजों ने किया उस पर तो पूरी क्रिकेटर के दिग्गज भड़क गए हैं। खासतौर पर महेंद्र सिंह धोनी।

बल्लेबाजी की शुरुआत ऐसी थी कि तेरह, चौदह और पंद्रह इस पहाडे को पढते हुए विराट कोहली, शुभमन गिल, रोहित शर्मा, चेतेश्वर पुजारा बारी बारी से मैदान बाहर चले गए। रोहित शर्मा पंद्रह रन पर आउट हुए तो तेरह रन पर क्लीन बोल्ड हो गए। सत्तर पर जब चार विकेट हो जाए तो आपकी टीम ऑस्ट्रेलिया के सामने लड़खड़ाई नजर आई। मगर दो जांबाजों ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया जिन्होंने आईपीएल में भी अपनी टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन किया। इस बार रविंद्र जडेजा और अजिंक्य रहाणे की इन दोनों खिलाड़ी ने पचास रन की पार्टरशिप बनाई।

तो वहीं धोनी ने कहा कि  कहा मुझे लग रहा है कि शायद टी ट्वेंटी क्रिकेट इतना ज्यादा हो गया है कि हमारे खिलाडि़यों के सर पर से उसका बुखार नहीं उतर रहा और वो टेस्ट क्रिकेट को तो एक मामूली मैच समझ रहे हैं। ये मामूली मैच नहीं आइसीसी का फाइनल है जिसके लिए सालों लगते है पहुँचने में अगर आपने दो साल वाकई में मशक्कत करी है, मेहनत करी है तो वैसा परफॉर्म भी तो कीजिए।

खिलाडियों में एनर्जी नहीं है, कप्तान भी बेदम है। गेंदबाजों रन बहुत ज्यादा लौटा दिए और जब बल्लेबाजों को टीम में खिलाडियों की मदद करनी चाहिए तो वो इतने कम स्कोर पर आउट हो गए। जडेजा और रहाणे ने अच्छा किया।

--Advertisement--