Gaurav Bomb: भारत ने अपने वायु सेना के सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान से लंबी दूरी के ग्लाइड बम 'गौरव' का सफल परीक्षण किया है। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, यह परीक्षण ओडिशा के तट पर लॉन्ग व्हीलर द्वीप पर किया गया, जहां बम ने सटीक निशाना लगाते हुए लक्ष्य को पूरी तरह से नष्ट कर दिया।
'गौरव' बम का वजन 1000 किलोग्राम है और इसे हवा से छोड़ा जा सकता है। यह बम खासतौर पर लंबी दूरी के लक्ष्यों को भेदने में सक्षम है, और एंटी-एयरक्राफ्ट डिफेंस के रेंज से बाहर भी प्रभावी ढंग से काम करता है। इसकी लंबाई 4 मीटर और व्यास 0.62 मीटर है। इस बम के विकास में हैदराबाद स्थित अनुसंधान केंद्र इमारत (आरसीआई) का योगदान है।
इस बम के सफल परीक्षण से भारत की वायुसेना की सामरिक क्षमताओं में वृद्धि हुई है। इस बम की वजह से फाइटर जेट्स की सुरक्षा में सुधार होगा और कोलेटरल डैमेज की संभावना भी कम हो जाएगी। रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष समीर वी कामत ने इस उपलब्धि पर डीआरडीओ टीम को बधाई दी है।
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