लखनऊ। उत्तर प्रदेश में महिला सुरक्षा का कोई पुरसाहाल नहीं है। आये दिन महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराध हो रहे हैं। ऐसा ही एक मामला हरदोई जनपद के गांव सैंती थाना टांडियावा का प्रकाश में आया है। इस गांव की निवासिनी सपना (काल्पनिक नाम) दलित, गरीब और अशिक्षित महिला हैं। पति दिल्ली में मेहनत मजदूरी करता है। सरोजनी गत 22 मार्च को घर पर थी। रात लगभग दस बजे गांव के ही तीन दबंग किस्म के अंसार, मोनू गाजी तथा आरिफ ने जबरन सरोजनी के घर में घुसकर उसको नशीला इंजेक्शन लगा दिया कर फिर उसके साथ सामूहिक दुराचार किया। यही नहीं इन दबंगों ने इसकी कुछ गन्दी तस्वीरें बनाकर उसे वायरल भी कर दिया। इस तरह का दुस्साहस उत्तर प्रदेश में तब हुआ है जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महिला सशक्तिकरण को लेकर बेहद गंभीर हैं।
पीड़िता सपना (काल्पनिक नाम) के मुताबिक़ वह अगले दिन अपने साथ हुए दुराचार की घटना की रिपोर्ट लिखाने टांडियावा थाने पहुंची और आपबीती बताई। लेकिन थाने पर उसे इन्साफ मिलने की जगह धोखा ही मिला। थाने पर तैनात महिला सिपाही ने पीड़िता से प्रार्थना पत्र ले लिया और उसपर जल्द कार्रवाई करने की बात कही। एक महीना तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई। पीड़ित महिला अब सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ से मिलकर अपनी बात रखना चाह रही है।
एक महीने बाद पीड़िता पुनः थाने गयी तो उससे एक कोरे कागज पर दस्तखत कराकर गलत प्रार्थना पत्र तैयार करा लिया, जिसमे सामूहिक दुराचार के बजाय मारपीट की बात लिखी गयी। अशिक्षित होने के कारण पीड़िता कुछ समझ नहीं पाई। उधर आरोपी पक्ष दबंग और धनी है। आरोपी बार बार सपना (काल्पनिक नाम) पर सुलह समझौते का दबाव बना रहे हैं और धमकी दे रहे हैं कि यदि समझौता नहीं किया तो और भी बुरा अंजाम होगा। पीडिता का कहना है कि आरोपियों का एक रिश्तेदार सचिवालय में निजी सचिव के पद पर तैनात है जो लगातार थाने पर दबाव बनाकर आरोपियों की मदद कर रहा है। आरोपियों के एक रिश्तेदार उधर पीड़िता ने थाने से इन्साफ न मिलते देख महिला आयोग और एससी-एसटी आयोग में गुहार लगाई।
महिला आयोग और एससी-एसटी आयोग ने मामले को संज्ञान लेते हुए मामले की विवेचना संबंधित पुलिस क्षेत्राधिकारी को सौंपी। क्षेत्राधिकारी द्वारा विवेचना जारी है। उधर जैसे जैसे समय बीतता जा रहा है वैसे वैसे पीड़िता सपना (काल्पनिक नाम) का भरोसा पुलिस और क़ानून से उठता जा रहा है। पीड़िता का कहना है की यदि उसे इन्साफ नहीं मिला तो वह अपने तीनों बच्चों व पति के साथ आत्मदाह कर लेगी। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विगत दिनों कहा था कि इस तरह के मामलों में तारीख पर तारीख बर्दाश्त नहीं की जायेगी। संबंधित को त्वरित कार्रवाई करनी होगी।
प्रकरण को लेकर SHO टडियांवा के मोबाइल नंबर 9454403572 पर बात की गयी तो बताया गया गया कि मामले को दिखवा ले रहे हैं।
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