वाशिंगटन। कोरोना महामारी की वजह से जहां एक तरफ बच्चों की पढ़ाई-लिखाई प्रभावित हुई है। वहीं, दूसरी तरफ उनकी हेल्थ पर भी खासा साइड इफेक्ट पड़ा है। शारीरिक एक्टिविटीज न कर पाने की वजह से काफी बच्चे बच्चे मोटापे का शिकार होने लगे हैं। बढ़ते मोटापे के कारण वह और भी कई गंभीर बीमारियों की चपेट में आने लगे हैं।
हाल ही में हुए एक अध्ययन में पाया गया है कि बच्चों का वजन आधी होने से उनमें हृदय रोग का खतरा भी तेजी से बढ़ रहा है। साथ ही ऐसे बच्चों में डायबिटीज होने की भी आशंकाअधिक रहती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, मोटापा ऐसी बीमारी है जो एक बार हो जाती है तो आसान से ठीक नहीं होती है।
इस बीमारी में हमारे शरीर में जरूरत से अधिक फैट जमा हो जाता है। इसके साथ ही मोटापा कई गंभीर बीमारियां जैसे हृदय रोग और टाइप-2 डायबिटीज होने की भी वजह बन जाता है। नवंबर 2021 में रिलीज हुई नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-5 की रिपोर्ट पर गौर करें तो पांच साल की उम्र तक के बच्चों में भी काफी मोटापा बढ़ा है।
अब मोटापे से ग्रसित बच्चों की संख्या बढ़कर 3.4 प्रतिशत तक पहुंच गई है। बता दें कि दुनियाभर में लगभग दो अरब बच्चे मोटापे का शिकार हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि चाइल्ड ओबेसिटी जल्द ही महामारी में तब्दील हो सकती है।