
नई दिल्ली ।। रूस ने हिंदुस्तान का अफगानिस्तान में विकास कार्यक्रम चलाने के फैसले की तारीफ की है। उन्होंने बुधवार को कहा कि वहां के हालात सुधारने में हिंदुस्तान की ‘अत्यावश्यक’ भूमिका है।
युद्घों में हुई तबाही का दंश झेल रहे अफगानिस्तान के सुधार कार्य में हिंदुस्तान के प्रयासों पर रूस के उपविदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने टिप्पणी की है। आपको बता दें इस टिप्पणी से कुछ दिन पहले ही अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसी मामले को लेकर हिंदुस्तान का मजाक उड़ाया था।
पढ़िए- लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार देने जा रही बड़ा तोहफा, अब प्राइवेट क्षेत्र में भी मिलेगा…
बता दें कि फिलहाल ये हिंदुस्तान की यात्रा पर आए हैं और उन्होंने बेझिझक ताकत, सैन्य शक्ति और सैन्य तरीके अपनाने की प्रवृति को लेकर अमरीका समेत अन्य देशों की आलोचना की। उन्होंने इसे अस्थिरता का कारण बताया।
साथ ही जब उनसे अफगानिस्तान के पुन:निर्माण में हिंदुस्तान की मदद और उसकी भूमिका को लेकर सवाल किया गया तो रयाबकोव का कहना था, ‘जिन देशों में घरेलू संघर्ष होता है, वहां विकास सबसे अहम मुद्दा होता है। युद्घ किसी तरह से जीता जा सकता है लेकिन आर्थिक विकास और सामाजिक स्थिरता में निवेश के लिए शांति सुनिश्चित करना जरूरी है।’
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान और दूसरे देश जिस तरह अफगानिस्तान को वापस बसाने में मदद कर रहे हैं वो बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा, ‘जंग में तबाह हुए अफगान को बसाने में हिंदुस्तान सक्रियता से भाग ले रहा है। इसके साथ ही हिंदुस्तान ने अफगानिस्तान को करीब तीन अरब अमरीकी डॉलर की मदद का भरोसा जताया है।’
रयाबकोव ने अफगान शांति वार्ता और तालिबान के साथ बातचीत के सवाल पर कहा कि हम हिंदुस्तान की अनिवार्य भूमिका को समझते हैं और रूस इस स्थिति के शांतिपूर्ण हल और संधि के लिए हर संभव प्रयासों को बढ़ावा देगा। अफगानिस्तान मुद्दे पर हिंदुस्तान और हिंदुस्तानीय प्रतिनिधियों के साथ द्विपक्षीय वार्ता के लिए हम हमेशा तैयार हैं।
फोटो- फाइल
--Advertisement--