img

आईसीसी WTC के फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को हराकर ट्रॉफी अपने नाम कर ली। टीम इंडिया को डब्ल्यूजीसी के फाइनल मुकाबले में 209 रनों की हार का सामना करना पड़ा। टीम इंडिया को डब्ल्यूजीसी फाइनल जीतने के लिए चौथी पारी में 444 रनों का विशाल लक्ष्य हासिल करना था। मगर टीम के बल्लेबाजों ने काफी निराश प्रदर्शन किया और मैच के पांचवें दिन के पहले सेशन में टीम 234 रन बनाकर ऑलआउट हो गई।

बता दें कि भारत के आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप में लगातार दूसरी हार है। इससे पहले न्यूजीलैंड साल दो हज़ार 21 में खेले गए साउथहैम्पटन टेस्ट मैच में भारत को आठ विकेट से हराया था। इस टेस्ट मैच में भारत के खराब फैसले और टॉप ऑर्डर का पूरी तरीके से फेल होना, जो कई सवालों की ओर इशारा करता है। इसी बड़ी हार के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने कहा है कि फाइनल मुकाबले के लिए तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का आयोजन होना चाहिए।

रोहित के अनुसार एक टेस्ट वर्ष के साथ फाइनल नहीं होना चाहिए और टेस्ट चैंपियनशिप की वजह होने के कारण इसमें फाइनल के लिए 14 मैच होने चाहिए। रोहित शर्मा ने कहा कि मैं बेस्ट ऑफ थ्री के पक्ष में हूं। रोहित शर्मा के इस बयान के बाद भारत के पूर्व खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।

गावस्कर ने कहा कि WTC FINAL मैच को लेकर फैसला काफी पहले ही कर लिया गया था। जब आप पहला मैच खेल रहे थे तभी पता था कि फाइनल में एक ही टेस्ट मैच होगा। आपको इसके लिए मानसिक तौर पर तैयार रहना होता है। ठीक उसी तरह जैसे आप आईपीएल में तैयार होते हैं और वहां आप तीन सरल की मांग भी नहीं करते।

कप्तान रोहित शर्मा से और भी सवाल किए गए कि आपके हारने का कोई और कारण तो उन्होंने कहा कि मुकाबले के पहले दिन ट्रेविस हेड और स्टीव स्मिथ के बीच 285 रनों की साझेदारी के कारण हम मैच में पीछे रह गए। इस मैच में टीम के क्रिकेटरों को आलोचना का सामना इसलिए भी करना पड़ा है क्योंकि वो मैच लड़कर नहीं हारे। दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलिया के हर खिलाड़ी ने जीत में अहम योगदान दिया और खासकर तेज गेंदबाजों ने मैच विनिंग गेंदबाजी की है। 

--Advertisement--