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Up Kiran, Digital Desk: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने इंसानियत को झकझोर कर रख दिया है। निजी संबंधों की आड़ में एक मासूम की जिंदगी को मिटा देने की इस घटना ने न सिर्फ कानून व्यवस्था को सवालों के घेरे में खड़ा किया बल्कि समाज में छिपे उन काले पहलुओं को भी उजागर कर दिया है, जिन पर अक्सर चुप्पी साध ली जाती है।
रिश्तों की मर्यादा को किया तार-तार
24 जून को सामने आए इस केस में एक युवक ने अपनी ही साली के साथ अवैध संबंध बनाए, और जब सच्चाई सामने आने लगी, तो रिश्ते की लाज बचाने के नाम पर एक निर्दोष जान को मौत के घाट उतार दिया गया। बच्ची के शव को बेहरमी से कूड़े में फेंक दिया गया, ताकि इस रिश्ते की सच्चाई कभी सामने न आए।
सीसीटीवी फुटेज से हुआ राज़ का पर्दाफाश
रुड़की चुंगी इलाके में जब एक नवजात बच्ची का शव मिलने की खबर मिली, तो पुलिस ने पूरे क्षेत्र के सीसीटीवी कैमरे खंगालने शुरू किए। धीरे-धीरे शक की सुई दो संदिग्धों पर आकर ठहर गई। आखिरकार, 4 जुलाई को पुलिस ने 27 वर्षीय अभिषेक और उसकी 19 वर्षीय साली प्रिया को गिरफ्तार कर लिया।
गर्भपात की साजिश और कानून का शिकंजा
पूछताछ के दौरान दोनों ने शुरुआत में मामले को छिपाने की कोशिश की, लेकिन सख्ती से पूछने पर पूरी सच्चाई सामने आ गई। पता चला कि जब प्रिया गर्भवती हुई, तो अभिषेक ने लोकलाज और परिवार के डर से गर्भपात कराने की योजना बनाई। उसने दवाएं लाकर दीं, जिससे गर्भ में पल रही बच्ची की मौत हो गई। बाद में दोनों ने शव को इलाके के कूड़े के ढेर में फेंक दिया।
कानून की चेतावनी और समाज को संदेश
पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच टीम को ₹10,000 का इनाम देने की घोषणा की और कहा कि ऐसे मामलों में सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए ताकि समाज में भ्रूण हत्या और अवैध संबंधों को लेकर एक स्पष्ट संदेश जाए। उन्होंने यह भी कहा कि यह केवल एक अपराध नहीं, बल्कि मानवीय संवेदनाओं की हत्या है।
जेल की ओर बढ़े कदम
अभिषेक और प्रिया के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि कोर्ट से अनुमति मिलते ही उन्हें जेल भेज दिया जाएगा।
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