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Up Kiran, Digital Desk: उत्तर प्रदेश से एक बेहद चौंकाने वाला हत्याकांड सामने आया है। आगरा के खैरागढ़ गांव में रहने वाली एक महिला की उसके ही परिवार के लोगों ने बेरहमी से हत्या कर दी। उसके पति ने उसके पैर पकड़े, जबकि उसके देवर ने उसके हाथ पकड़े और उसके पिता ने उसका गला घोंटना शुरू कर दिया। इस दौरान महिला अपनी जान बचाने के लिए चीखती रही और खुद को बचाने की कोशिश करती रही। हालांकि, किसी ने उस पर दया नहीं दिखाई। पता चला है कि यह हत्या अनैतिक संबंध के चलते की गई है।
शनिवार 31 मई को खैरागढ़ के भोपुर गांव में एक महिला का शव मिला था। पुलिस ने शव की पहचान के लिए उसके फोटो सोशल मीडिया पर वायरल किए थे। फोटो देखने के बाद मृतक महिला के पिता कोमल सिंह ने पुलिस से फोन पर संपर्क किया। महिला का नाम सुनीता है और वह अपने परिवार के साथ आगरा में रहती थी।
पुलिस को हुआ शक
पिता द्वारा उसकी पहचान करने के बाद सुनीता के शव को उसके घर ले जाया गया। शव को देखने के बाद पिता रोने का नाटक करने लगा। हालांकि, पुलिस को शक हुआ और उसने परिवार से पूछताछ शुरू की। हालांकि, इस जांच के दौरान पता चला कि सुनीता और उसके पति के बीच विवाद चल रहा था। इसी वजह से सुनीता कुछ दिनों के लिए अपने मामा के घर रहने आई थी। इस जांच के बाद भी पुलिस को सुनीता के पिता पर शक बना रहा।
बहन ने बताई सच्चाई
सुनीता की बहन पूजा ने पुलिस को फोन कर सच बताने की कोशिश की। पूजा ने पुलिस को बताया कि सुनीता का पति उसे लगातार पीटता था। दोनों के बीच संबंध ठीक नहीं थे। इसी दौरान सुनीता को अपने चचेरे भाई विष्णु से प्यार हो गया था। दोनों एक दूसरे से शादी करना चाहते थे। पूजा ने यह भी कहा कि वह खुद ही सुनीता को परिवार से मिलवाने आई थी।
इस मामले में विष्णु का नाम सामने आते ही पुलिस ने विष्णु के बारे में जानकारी जुटाई और सुनीता के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए उससे संपर्क किया। विष्णु ने पुलिस को बताया कि सुनीता ने शुक्रवार 29 मई की रात को उसे फोन करके बताया था कि उसके पिता और पति उसे मार देंगे। सुनीता ने बस इतना ही कहा और फोन काट दिया। इसके बाद विष्णु ने सुनीता के पिता को कई बार फोन किया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। इसके बाद उसने सुनीता की बहन पूजा को इस बारे में जानकारी दी।
तीनों आरोपी अरेस्ट
जब विष्णु ने पूजा को सुनीता के बारे में बताया तो पूजा अपनी मां के घर पहुंची। पूजा ने बताया कि उस समय उसकी मां बहुत डरी हुई थी और उसने डरते-डरते मुझसे कहा कि सुनीता कभी वापस नहीं आएगी। क्योंकि उसके पिता ने उसके पति और देवर जल सिंह के साथ मिलकर उसकी हत्या की है। पूजा ने बताया कि उन्होंने उसकी मां को भी धमकाया था। इसके बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को अरेस्ट कर पूछताछ की।
शव को खैरागढ़ में लाकर फेंका
पुलिस ने हिरासत में लेते ही पिता, पति और देवर ने महिला की हत्या करना कबूल कर लिया। सुनीता के पिता को लगता था कि उसकी बेटी के अनैतिक संबंध उसकी बदनामी कर रहे हैं। ऐसे में उन्होंने अपनी इज्जत बचाने के लिए लड़की की हत्या की साजिश रची। उन्होंने लड़की के पति और देवर की भी मदद ली। तीनों ने मिलकर धौलपुर में उसकी हत्या कर दी। इसके बाद वे सुनीता के शव को दोपहिया वाहन पर खैरागढ़ ले गए और वहां फेंक दिया।
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