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Up Kiran, Digital Desk: दुनिया की सबसे बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों में से एक, Apple, ने अपनी iPhone उत्पादन (iPhone production) रणनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है। कंपनी ने चीन पर अपनी निर्भरता कम करने के लिए भारत में iPhone निर्माण को तेज़ी से बढ़ाया है। यह कदम Apple की वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला (global supply chain) को विविधतापूर्ण बनाने की व्यापक रणनीति का हिस्सा है, जो हाल के वर्षों में भू-राजनीतिक तनावों और आपूर्ति बाधाओं के कारण और भी महत्वपूर्ण हो गया है।

चीन से हटकर भारत की ओर Apple का रुख

Apple, अपनी प्रमुख निर्माण साझेदारों, जैसे फॉक्सकॉन (Foxconn) और पेगाट्रॉन (Pegatron) के माध्यम से, भारत में iPhone असेंबली (iPhone assembly) का विस्तार कर रहा है। कंपनी अब iPhone 14 और iPhone 15 जैसे अपने नवीनतम मॉडलों का भी उत्पादन भारत में कर रही है। पहले जहाँ यह उत्पादन मुख्य रूप से चीन में केंद्रित था, वहीं अब भारत, Apple के लिए एक प्रमुख विनिर्माण केंद्र के रूप में उभर रहा है।

क्यों भारत Apple के लिए बन रहा है 'स्मार्ट डेस्टिनेशन'?

भारत के इस बढ़ते महत्व के पीछे कई कारण हैं:

चीन पर निर्भरता कम करना: भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं और अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध के कारण, Apple अपनी उत्पादन क्षमता को केवल एक देश तक सीमित नहीं रखना चाहता। भारत एक विशाल घरेलू बाजार के साथ-साथ एक बड़ी विनिर्माण क्षमता प्रदान करता है।

'मेक इन इंडिया' पहल: भारत सरकार की 'मेक इन इंडिया' (Make in India) पहल और उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (PLI) योजनाओं ने विनिर्माण को बढ़ावा दिया है, जिससे Apple जैसी कंपनियों के लिए भारत में निवेश करना आकर्षक हो गया है।

कुशल कार्यबल: भारत में एक बड़ा और बढ़ता हुआ कार्यबल उपलब्ध है, जो तकनीकी विनिर्माण के लिए आवश्यक कौशल प्रदान कर सकता है।

निर्यात हब: भारत न केवल घरेलू बाजार की जरूरतों को पूरा कर रहा है, बल्कि निर्यात हब (export hub) के रूप में भी उभर रहा है, जहाँ से Apple अपने उत्पादों को अन्य देशों में भी भेज सकता है।

यह कदम क्यों है महत्वपूर्ण?

Apple के इस कदम से भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण क्षेत्र (electronics manufacturing sector) को बढ़ावा मिलेगा, जिससे रोजगार के अवसर (employment opportunities) पैदा होंगे और देश की आर्थिक वृद्धि में योगदान मिलेगा। यह भारत को वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

भविष्य की ओर एक नज़र:

माना जा रहा है कि आने वाले वर्षों में Apple भारत में अपने उत्पादन का और विस्तार करेगा, जिससे यह चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा iPhone विनिर्माण केंद्र बन जाएगा। यह कदम Apple के लिए न केवल आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करेगा, बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए भी एक बड़ा अवसर प्रस्तुत करेगा।

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