कुलभूषण, सरबजीत, प्रहलाद सिंह, बाली लाल, प्रसन्नजीत ये कुछ ऐसे नाम है जो पाकिस्तानी जेलों में सड़ है या दुनिया छोड़ गए है। इनमें से ज्यादातर अनजाने में बॉर्डर पार कर गए और पाकिस्तानी सेना ने उन्हें जासूस समझकर धर लिया। खूब प्रताड़ित किया और किसी न किसी जेल में ठूंस दिया। बंद बंद कैदी वहां पागल तक हो जा रहे हैं, मगर न तो उन्हें किसी तरह की राहत मिली है और ना ही वापसी की कोई बात हो रही है। जानकारी मिलने के बाद से परिवार के लोग निरंतर कोशिश कर रहे हैं, मगर कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
ऑफीशियल तौर से पाकिस्तान की जेलों में इस वक्त 266 मछुआरे और 42 आम नागरिकों की सूची सौंपी है, जो पाकिस्तान की जेलों में बंद हैं। अनौपचारिक तौर पर भी वहां की जेलों में भारतीयों के बंद रखने के अनेक किस्से वक्त वक्त पर सामने आते रहते हैं। यह बात तब और भी अहम हो जाती है जब एक पाकिस्तानी महिला संदिग्ध हालात में बिना भारतीय वीजा के अपने चार बच्चों के साथ भारत में है। अफसरों ने सीमा हैदर से पूछताछ कर ली है। वह कई दिनों से पुलिस की निगरानी में है।
संभव है कि उसे वापस पाकिस्तान भेज दिया जाए। सवाल उठता है कि अगर सीमा हैदर को उसके देश पाकिस्तान डिपोर्ट किया जाता है तो वह वहां उसका क्या हश्र होगा? इस सवाल का जवाब जानने के लिए उसकी जिंदगी के कुछ पहलुओं और पाकिस्तान के कानूनों पर गौर करना होगा। सबसे पहले तो वह पहले से ही शादीशुदा है और उसके चार बच्चे भी हैं। साफ है कि उसने व्यभिचार जैसा अपराध किया है, जो बेशक भारत में अपराध नहीं रहा, मगर पाकिस्तान में अब भी यह गैरकानूनी ही है।
वहीं मुस्लिम सीमा हैदर ने नेपाल में हिंदू रीति रिवाज के साथ सचिन से शादी की। इसे पाकिस्तान में ईशनिंदा मानकर सजा दी जा सकती है। सीमा हैदर ने पाकिस्तानी कानून के तहत इन सब अपराधों के साथ ही अपने पति को तलाक दी। अपनी इच्छा से लड़के से शादी की है। अपनी इच्छा के लड़के से शादी करना यानी प्रेम विवाह करना वैसे तो पाकिस्तान में अपराध नहीं है, मगर परिवार के चुने हुए लड़के की बजाय किसी दूसरे लड़के से शादी करने की पाकिस्तान में कई बार अघोषित सजा दी गई है।
यहां तक कि एक मामले में तो हाईकोर्ट के बाहर पुलिस और जनता के सामने प्रेम विवाह करने वाली लड़की की पत्थरों से मारकर हत्या कर दी गई थी। जानते हैं कि सीमा हैदर को पाकिस्तान में किस किस मामले में सजा हो सकती है। आमतौर पर ज्यादातर मुस्लिम देशों में ईशनिंदा को लेकर कानून है। इसमें उम्रकैद से लेकर फांसी तक का प्रावधान है। इसमें खुद को बेगुनाह साबित करना करीब करीब नामुमकिन होता है।
पाक में सीमा को मिल सकती है ये सजा
पाकिस्तान में ईशनिंदा के मामलों में निचली अदालतों में अक्सर सजा हो ही जाती है। हालांकि ऊपर की अदालत में कुछ मामले खारिज भी हुए हैं। पाकिस्तान में ज्यादा वक्त नहीं बीता जब एक हिंदू शिक्षक को उम्रकैद और एक युवक को ईशनिंदा के आरोप में मृत्युदंड दिया गया है। बता दें कि 1990 के बाद से पाकिस्तान में भीड़ या लोगों ने ईशनिंदा का आरोप लगाकर 80 से ज्यादा लोगों की हत्या कर दी। इसके अलावा 40 से ज्यादा लोग इस कानून के तहत दोषी ठहराए जाने के बाद या तो मौत की सजा का इंतजार कर रहे हैं या उम्रकैद काट रहे हैं। अगर सीमा हैदर को हिंदू लड़के से नेपाल के मंदिर में शादी करने के लिए ईशनिंदा का दोषी मान लिया गया, उसे मृत्युदंड भी दिया जा सकता है।
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