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Up Kiran, Digital Desk: क्यएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग्स: सस्टेनेबिलिटी 2026 (QS World University Rankings: Sustainability 2026) की नई रिपोर्ट भारत के लिए मिश्रित परिणाम लेकर आई है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, आईआईटी दिल्ली ने भारतीय संस्थानों में सबसे ऊपर जगह बनाई है, लेकिन चिंता की बात यह है कि दुनिया के शीर्ष 200 संस्थानों में से एक भी भारतीय विश्वविद्यालय इसमें शामिल नहीं हो पाया है.

यह रिपोर्ट, जो कि स्थिरता (sustainability) यानी पर्यावरण और सामाजिक प्रभाव जैसे महत्वपूर्ण मानदंडों पर आधारित होती है, बताती है कि भारत में आईआईटी दिल्ली बेशक इस दिशा में अच्छा काम कर रहा है, लेकिन अभी भी हमें वैश्विक स्तर पर बहुत आगे बढ़ना है. इसका मतलब यह हो सकता है कि भारतीय संस्थानों को अभी पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक उत्तरदायित्व, और शासन (governance) जैसे क्षेत्रों में सुधार करने की ज़रूरत है. दुनिया के शीर्ष 200 में शामिल न हो पाना दिखाता है कि अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार भारतीय विश्वविद्यालय अभी भी पिछड़ रहे हैं. यह शिक्षा और नीति निर्माताओं दोनों के लिए एक वेक-अप कॉल है, ताकि भारतीय शिक्षा प्रणाली को स्थिरता के वैश्विक मानदंडों पर खरा उतारा जा सके और हमारे संस्थान भी वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना सकें.