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यदि अच्छा खासा पैसा कमाने की सोच रहे हैं तो आज हम आपको एक ऐसे व्यापार के बारे में बताएंगे। जिससे आपकी किस्मत चमक जाएगी। यह ऐसा धंधा है कि एक झटके में लखपति करोड़पति बन सकते हैं। हम बात कर रहे हैं काली हल्दी के बारे में। ये सबसे ज्यादा महंगे बिकने वाले मसालों में शामिल है। काली हल्दी के अनगिनत औषधीय गुण होने के चलते इसकी कीमत बहुत ज्यादा होती है।

काली हल्दी की खेती से किसान अच्छा खासा प्रॉफिट कमा सकते हैं। काली हल्दी के पौधे की पत्तियों में बीच में एक काली धारी होती है। इसका कंद भीतर से कालापन लिए हुए या बैंगनी कलर का होता है। आइए जानते हैं कैसे की जाती है काली हल्दी की खेती और कितना होता है फ्रॉफिट?

आपको बता दें कि काली हल्दी की खेती जून के महीने में की जाती है। इसकी खेती भुरभुरी दोमट मिट्टी में बढ़िया होती है। काली हल्दी की खेती करते वक्त ध्यान रखना चाहिए कि खेत में बरसात का पानी ना इकट्ठा। एक हेक्टेयर में काली हल्दी के लगभग दो क्विंटल बीज लग जाते हैं। इसकी फसल को ज्यादा सिंचाई की आवश्यकता नहीं रहती है। इतना ही नहीं इसमें किसी भी तरह के कीटनाशक की भी आवश्यकता नहीं पड़ती है। जिस कारण इसमें कीट नहीं लगते हैं। हालांकि अच्छी पैदावार के लिए खेती से पहले ही भारी मात्रा में गोबर की खाद डालने से हल्दी की पैदावार बेहतर रहती है।

एक एकड़ में इस मसाले की खेती से कच्ची हल्दी लगभग 50-60 क्विंटल यानी सूखी हल्दी का लगभग 12-15 क्विंटल तक का उत्पादन आसानी से मिल जाता है। काली हल्दी की कृषि में उत्पादन भले ही कम हो, मगर इसकी कीमत बहुत ज्यादा होती है। काली हल्दी 500 रुपए के लगभग आसानी से बिक जाती है। ऐसे भी कई लोग हैं, जिन्होंने काली हल्दी को चार हजार रुपए किलो तक बेचा है।

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