इस्लामिक स्टेट का हमला, 11 की मौत, 42 लोग घायल

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काबुल। इस्लामिक स्टेट आतंकवादी समूह द्वारा पूर्वी नांगरहार प्रांत की एक जेल पर सोमवार को भी हमला किया गया, जिसमें कम से कम अब तक 11 लोगों के मारे जाने के साथ 42 लोग बुरी तरह से घायल हुए हैं।

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इस संबंध में प्रांतीय स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता जहीर आदिल ने मीडिया को बताया कि रविवार शाम से शुरू हुई गोलीबारी में 42 अन्य लोग घायल हो गए हैं। उन्होंने कहा कि मरने वालों की संख्‍या और बढ़ने की उम्मीद है। हमला तब शुरू हुआ जब नंगरहार प्रांत की राजधानी जलालाबाद में जेल के प्रवेश द्वार पर एक आत्मघाती कार बम विस्फोट हुआ। कई हमलावरों ने अफगान सुरक्षा बलों पर गोलियां चलाईं। जिसमें कि अब तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि पूरे हमले में कितने हमलावर गोलाबारी में शामिल रहे हैं।

एक अन्य प्रांतीय अधिकारी ने कहा कि हमले के दौरान कई कैदी भाग गए हैं, हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट समूह से संबद्ध संगठन आईएस ने ली है। जानकारी के अनुसार इस जेल में 1500 कैदी रखे गए हैं जिनमें से बड़ी संख्या में आईएस से जुड़े हैं। अभी इस हमले के दौरान कितने कैदी भागने में सफल रहे यह जानकारी आना शेष है। वहीं अब अफगान सरकार यह पता लगाने की कोशिश में जुटी है कि यहां पर कोई विशिष्ट कैदी बंदी तो नहीं है जिसे छुड़ाने के लिए इतने बड़े हमले को आईएस ने अंजाम दिया है।

दूसरी तरफ तालिबान के राजनीतिक प्रवक्ता सुहेल शाहीन का कहना है कि इस हमले में उनका समूह शामिल नहीं है। शाहीन ने अपने संगठन के संघर्ष विराम का हवाला देकर कहा कि वे कहीं भी इस तरह के हमले में शामिल नहीं हैं।

उल्‍लेखनीय है कि तालिबान ने ईद के मद्देनजर शुक्रवार से तीन दिन के संघर्ष विराम का ऐलान किया था। जो कि आज सोमवार दोपहर 12 बजे समाप्त हुआ है। वहीं अफगानिस्तान के पूर्वी हिस्से में रविवार को एक जेल में एक आत्मघाती कार बम हमलावर और कई बंदूकधारियों के हमले में कम से कम तीन व्यक्तियों की मौत हो गयी थी, जबकि 24 अन्य घायल हुए थे। इस हमले से एक दिन पहले अफगानिस्तान की खुफिया एजेंसी ने कहा था कि आईएस का एक वरिष्ठ कमांडर जलालाबाद के निकट अफगान विशेष सुरक्षाबलों के हाथों मारा जा चुका है, सभी को आशंका है कि यह हमला उसकी मौत का बदला लेने की मंशा से किया गया है।

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