यरुशलम/गाजा। इजरायल और फिलिस्तीन के बीच जारी हमलों के बीच हर तरफ तबाही का मंजर है। दोनों देशों की तरफ रॉकेट से हमले जारी है। गाजा पट्टी की तरफ से 1500 से अधिक रॉकटे इजरायल पर दागे गए। वहीं इजरायल की तरफ से हवाई हमलों में गाजा में 83 लोगों को मौत हो चुकी है और इजरायल में पांच वर्षीय बच्चे समेत सात लोगों की मौत हो गई।
इस बीच वैश्विक स्तर पर दोनों देशों के बीच शांति स्थापित करने के लिए कूटनीतिक प्रयास तेज हो गए है। इजरायल के कुछ शहरों में यहूदी और अरबी मूल के लोगों के बीच दंगे शुरू हो गए हैं।
इजरायल के कुछ शहरों में 21 फीसद आबादी अरबी मूल के लोगों की है। इन शहरों में अब दंगे शुरू हो गए हैं। मिश्रित आबादी वाले शहर लॉड में एक अरबी युवक की गोली मारकर हत्या के बाद दंगा भड़क गया। शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया और 150 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है। लॉड के अलावा यरुशलम, तेल अवीव के उपनगर बैट याम में भी हिंसा भड़क गई है। इन स्थानों पर आगजनी और तोड़फोड़ भी की गई।
पुलिस के अनुसार पूरे देश में हुए दंगों में चार सौ से ज्यादा लोग गिरफ्तार किए गए हैं। 12 पुलिस अफसर भी घायल हुए हैं। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने लॉड और एक्रे शहर की स्थिति का जायजा लिया।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस मामले में पहली बार इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से वार्ता की। उन्होंने कहा कि इजरायल का अधिकार है कि वह उसके देश में हो रहे रॉकेट हमलों का जवाब दे।
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन ने फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बात कर हमलों की निंदा की और संघर्ष को रोकने के लिए कहा। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी युद्ध विराम करने की अपील की है।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने इजरायल में भारतीय महिला सौम्या संतोष के मारे जाने पर शोक व्यक्त किया है। सौम्या की मौत हमास के रॉकेट हमले में हुई थी।